जमातियों की तरह JNU स्टूडेंट्स भी तोड़ रहे हैं लॉकडाउन, रजिस्ट्रार बोले लेंगे ऐक्शन
नई दिल्ली- दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में लॉकडाउन तोड़कर तबलीगी जमात के लोगों ने पूरे भारत में कोरोना वायरस फैला दिया। अभी तक 14 राज्यों में जमात के 647 लोगों को कोविड-19 पॉजिटिव पाया जा चुका है। लेकिन, अब देश के जाने-माने विश्वविद्यालय जेएनयू के स्टूडेंट्स के खिलाफ भी लॉकडाउन तोड़ने की शिकायतें मिल रही हैं। जाहिर है कि ये मामला बहुत ही गंभीर है कि यदि जेएनयू जैसे यूनिवर्सिटी के छात्र कोरोना वायरस के खतरे की गंभीरता नहीं समझ रहे हैं तो यह बहुत ही चिंता का विषय है। हालांकि, विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा है कि वह लॉकडाउन तोड़ने वाले छात्रों से सख्ती से निपटेगा।
कुछ फैकल्टी के बहकावे में लॉकडाउन तोड़ रहे छात्र-जेएनयू
जेएनयू प्रशासन ने लॉकडाउन की गाइडलाइंस का उल्लंघन करने वाले स्टूडेंट्स को लेकर बहुत बड़ा खुलासा किया है। जेएनयू के रजिस्ट्रार प्रमोद कुमार के मुताबिक ऐसा करने वाले छात्रों को कुछ फैकल्टी मेंबर्स का ही सहयोग मिल रहा है। जेएनयू के रजिस्ट्रार ने कहा है कि, 'जवाहर लाल यूनिवर्सिटी के कई छात्रों को सरकार और प्रशासन की ओर से जारी गाइलाइंस का लगातार उल्लंघन करते देखा जा रहा है। इन छात्रों को सीधे या परोक्ष रूप से कुछ फैकल्टी मेंबर्स उकसा रहे हैं या उन्हें समर्थन दे रहे हैं।'
लॉकडाउन तोड़ने वाले छात्रों पर होगी सख्त कार्रवाई-जेएनयू
इसके साथ ही रजिस्ट्रार ने ऐसे छात्रों को चेतावनी देते हुए कहा है कि, 'जेएनयू कैंपस के निवासियों की सेहत और सुरक्षा को खतरे में डालने वाली गतिविधियों में शामिल लोगों को चेतावनी दी जाती है कि ऐसी हरकत ना दोहराएं। 21 दिनों के लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।' गौरतलब है कि कोरोना वायरस की वजह से लगाए गए लॉकडाउन को देखते हुए यहां होने वाली प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन की समय सीमा पहले ही बढ़ा दी गई है।
जमातियों ने पूरे देश में फैलाया कोरोना
बता दें कि इस समय देश भर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में हुए भारी इजाफे में निजामुद्दीन के तबलीगी जमात के लोगों का बहुत बड़ा हाथ है। केंद्र सरकार ने ये खुलासा किया है कि दो दिनों में ही देश के 14 राज्यों में तबलीगी जमात से संबंधित करीब 647 संक्रमित लोग सामने आए हैं। इन 14 राज्यों- असम, दिल्ली, हिमाचल, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड, यूपी और अंडमान और निकोबार शामिल हैं। बात इतनी ही नहीं है। जमात के लोगों पर कई जगह पुलिस वालों और दूसरों को थूक फेंककर संक्रमित करने की कोशिशों के भी आरोप लगे हैं। यही नहीं उन्होंने नर्सों के साथ भी अश्लील हरकतें की हैं, जिसके बाद कुछ लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी पड़ी है।
लॉकडाउन के उल्लंघन से बिगड़ रहे हैं हालात
बता दें कि शुक्रवार शाम तक देश में कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या 2301 हो चुकी है, जबकि 56 लोगों की इसकी वजह से मौत भी हो चुकी है। लेकिन, फिर भी समाज का एक तबका इसको लेकर गंभीर नहीं हो रहा है, बल्कि संक्रमण को फैलाने की कोशिशों में लगा है, जिसके चलते सिर्फ उसकी जान को ही खतरा नहीं है, बल्कि ऐसे लोगों की वजह से देश के हर नागरिक की जान खतरे में पड़ती जा रही है। इनकी वजह से संक्रमित लोगों की तादाद तेजी से बढ़ रही है और सिर्फ दिल्ली में ही पिछले 24 घंटों में 91 नए मामले सामने आ चुके हैं और एक की मौत भी हो चुकी है।
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