जम्मू कश्मीर के Syed Adil Zahoor ISS Exam में पास, सफलता पाने वाले दूसरे कश्मीरी बने
जम्मू कश्मीर के Syed Adil Zahoor ISS Exam में पास होकर सफलता की जीवंत मिसाल बन गए हैं। इस कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षा में पास होने वाले आदिल जहूर केवल दूसरे कश्मीरी हैं।
जम्मू कश्मीर का बारामूला अब सैयद आदिल जहूर के नाम से जाना जाएगा। दरअसल, आदिल ने भारतीय सांख्यिकी सेवा (आईएसएस) की प्रतिष्ठित परीक्षा पास की है। उन्होंने इस एग्जाम में कामयाबी पाने वाले कश्मीर के मात्र दूसरे व्यक्ति होने का गौरव हासिल किया है। उनकी कामयाबी को बारामूला समेत पूरे जम्मू कश्मीर में सेलिब्रेट किा जा रहा है।
दी कश्मीरइमेज डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक आदिल ने अपने पहले प्रयास में परीक्षा पास कर ली। वर्तमान में कुपवाड़ा जिले के खंड विकास कार्यालय काज़ियाबाद में पंचायत लेखा सहायक के रूप में कार्यरत आदिल ने कहा, "कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। मैं हमेशा अपने पिता के परिश्रम और संघर्ष को ध्यान में रखता हूं जिन्होंने बेहद कम मजदूरी मिलने के बावजूद अपने परिवार का पेट पालने का काम किया। मैंने भी बहुत संघर्ष किया और आखिरकार, आईएसएस परीक्षा में रैंक मिली। मैं बहुत खुश हूं।"
आदिल ने कहा, "मुझे बारामूला में स्थित हाई स्कूल और कॉलेज तक पहुँचने के लिए मीलों पैदल चलना पड़ता था, क्योंकि मेरे गाँव में कोई सड़क नहीं थी। बाद में सड़क बनी लेकिन यह पूरी तरह से पहाड़ी है। फिर भी, हमारे पास मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं है।" जम्मू-कश्मीर के युवाओं के लिए संदेश के सवाल पर उन्होंने कहा, कड़ी मेहनत सफलता की कुंजी है। सफलता हर कोई पाना चाहता है लेकिन कामयाबी केवल उन्हीं के कदम चूमती है जो वर्तमान समय में स्मार्ट तरीके से काम करते हैं।
उन्होंने कहा, अपने आप में दृढ़ विश्वास, आत्मविश्वास और सकारात्मक दृष्टिकोण होना चाहिए। अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहिए। फिर सफलता ऊपर वाले पर छोड़ दें और सर्वश्रेष्ठ न देने का कोई मलाल भी नहीं होना चाहिए। एक निजी स्कूल के कर्मचारी के बेटे, आदिल ज़हूर ने सर्वशक्तिमान अल्लाह का शुक्रिया अदा करने के बाद अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया। उन्होंने कहा,मुझे गवर्नमेंट मिडिल स्कूल हाजीबल का छात्र होने पर गर्व है। अद्भुत शिक्षक मिले। मैंने सरकारी हाई स्कूल बारामूला से माध्यमिक शिक्षा प्राप्त की और अपनी 12 वीं कक्षा की परीक्षा गवर्नमेंट बॉयज़ हायर सेकेंडरी स्कूल बारामूला से उत्तीर्ण की। बाद में मैंने गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज बॉयज़ बारामूला से बैचलर ऑफ़ आर्ट्स पढ़ाई की पढ़ाई ती।
उन्होंने कश्मीर विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री हासिल की, जहां उन्होंने 2020 में जूनियर रिसर्च फेलोशिप का मौका भी उन्होंने 2021 में जम्मू कश्मीर सेवा चयन बोर्ड द्वारा आयोजित लेखा सहायक परीक्षा के लिए अर्हता प्राप्त की। ये परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अंतिम कश्मीरी हाजी अल्ताफ हैं। रिपोर्ट के मुताबिक हाजी अब उप महानिदेशक का पद संभाल रहे हैं। उन्होंने पहले कश्मीर में भी एनएसएसओ के संचालन का नेतृत्व किया था।
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सुरम्य गांव हजीबल ऊंचे पहाड़ों में बसा हुआ है। यह बारामूला के मुख्य शहर से 14 किलोमीटर दूर है और इसे एक पर्यटन स्थल के रूप में नामित किया गया है। प्रतिष्ठित आईएसएस परीक्षा में आदिल के चयन की खबर मिलते ही पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। माहौल है, आदिल के परिवार को बधाई देने के लिए सैकड़ों लोग, रिश्तेदार और दोस्त उसके परिवार के पास पहुंचे।
आदिल के दोस्त और चचेरे भाई आशिक हुसैन ने कहा कि उसकी उपलब्धि निश्चित रूप से कई युवा लड़के-लड़कियों को जीवन में अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रेरित करने वाली है। उनके बारे में सबसे अच्छी बात उनका विनम्र स्वभाव है। ऐसी उल्लेखनीय उपलब्धि के बाद भी वह सहज स्थिति में हैं। उन्होंने कहा, कोई भी जुनून छोटा या बड़ा नहीं होता। आपकी लगन और कड़ी मेहनत जीवन को परिभाषित करती है। इस तरह की सफलता की कहानियां इस बात का सबूत हैं कि अगर कोई अपने सपनों को पूरा करने के लिए साहस और समर्पण रखता है तो वह कुछ भी हासिल कर सकता है।
दूर-दराज के गांव हाजीबल के सैयद शाहनवाज बुखारी और सैयद सज्जाद बुखारी नाम के दो भाइयों ने पहले ही जेकेएएस (जम्मू कश्मीर प्रशासनिक सेवा) परीक्षा पास कर ली है। दोनों युवा वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के सिविल एडमिनिस्ट्रेशन और पुलिस प्रशासन में उच्च पदों पर तैनात हैं।