Janmashtami 2020: क्या जन्माष्टमी एक राष्ट्रीय अवकाश है?
नई
दिल्ली।
हिंदू
पंचांग
के
अनुसार
कृष्ण
जन्माष्टमी
भाद्रपद
माह
के
आठवें
दिन
मनाई
जाती
है,
मथुरा
में
कृष्ण
जन्मोत्सव
का
पर्व
12
अगस्त
को
मनाया
जाएगा,
इस
बार
कोरोना
संकट
की
वजह
से
भगवान
श्री
कृष्ण
के
जन्मोत्सव
पर
भव्य
कार्यक्रम
नहीं
हो
रहे
हैं,
लेकिन
कान्हा
के
भक्त
अपनी
तरह
से
प्रभु
को
याद
करते
हुए
जन्मोत्सव
मना
रहे
हैं।
सोशल मीडिया
इसी बीच सोशल मीडिया पर यह मैसेज वायरल हो रहा है कि कृष्ण जन्माष्टमी एक राष्ट्रीय अवकाश है, तो आपको बता दें कि जन्माष्टमी नेशनल हॉलीडे नहीं है, हालांकि इस दिन देश के कई राज्यों मे छुट्टी होती है लेकिन देश के तीन ही राष्ट्रीय अवकाश है, और वो हैं-15 अगस्त, 26 जनवरी और 2 अक्टूबर।
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जानिए खास बातें
- रोहिणी के पुत्र का नाम बलराम था जो कि शेषनाग के अवतार थे, वो ही लक्ष्मण और वो ही बलदाऊ कहलाते हैं.
- हर कोई जानता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने सिर्फ राधा से ही प्रेम किया है लेकिन फिर भी महाभारत, पुराणों या भागवत कहीं भी राधा का जिक्र नहीं है।
- राधा बरसाना की रहने वाली थीं, ऐसा कहानियों में वर्णित है लेकिन नंदगोपाल की यह मित्र या हमजोली नहीं बल्कि उम्र में उनसे बड़ी थीं।
पांचजन्य
- भगवान श्री कृष्ण के धनुष का नाम शारंग और अस्त्र का नाम सुदर्शन चक्र था।
- भगवान श्री कृष्ण की गदा का नाम कौमोदकी और शंख को पांचजन्य कहते थे।
श्री कृष्ण एक ऐतिहासिक पुरुष हुए हैं
श्री कृष्ण एक ऐतिहासिक पुरुष हुए हैं, इसका स्पष्ट प्रमाण हमें छान्दोग्य उपनिषद के एक उल्लेख में मिलता है। वहां (3.17.6) कहा गया है कि देवकी पुत्र श्रीकृष्ण को महर्षिदेव:कोटी आंगिरस ने निष्काम कर्म रूप यज्ञ उपासना की शिक्षा दी थी, जिसे ग्रहण कर श्रीकृष्ण 'तृप्त' अर्थात पूर्ण पुरुष हो गए थे।
यमुना, गंगा, सरस्वती को कर्म, भक्ति और ज्ञान की प्रतीक माना गया
वृंदावन की कथाओं में कालिया नाग, गोवर्धन, रासलीला और महारास वाली कथाएं अधिक प्रसिद्ध हैं। श्रीकृष्ण ने यमुना को कालिया नाग से मुक्त-शुद्ध किया था, इसी कारण यमुना, गंगा, सरस्वती नदियों को क्रमशः कर्म, भक्ति और ज्ञान की प्रतीक माना गया है।
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