भारत ने बांग्लादेश में रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए भेजी राहत सामग्री
दिल्ली में बांग्लादेश के उच्चायुक्त सैयद मुआज्जम अली ने पिछले हफ्ते विदेश सचिव एस जयशंकर से मुलाकात कर रोहिंग्याओं के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की थी।
नई दिल्ली। भारत ने बांग्लादेश में म्यांमार से आए रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों के लिए राहत सामग्री भेजी है। पड़ोसी बौद्ध बहुल देश म्यांमार में जातीय हिंसा के बाद रोहिंग्या मुस्लिम बड़ी तादाद में बांग्लादेश में पलायन कर शरण लिए हुए है। बांग्लादेश उस मुद्दे पर भारत से मदद मांगा था। जिसके कुछ दिन बाद भारत की ओर से सहायता भेजी गई जो रविवार को विवार को बांग्लादेश के चटगांव पहुंच गई।
बांग्लादेश पहुंची मदद की पहली खेप
दिल्ली में बांग्लादेश के उच्चायुक्त सैयद मुआज्जम अली ने पिछले हफ्ते विदेश सचिव एस जयशंकर से मुलाकात कर रोहिंग्याओं के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की थी। बांग्लादेश में नियुक्त भारतीय उच्चायुक्त हर्ष वर्धन श्रृंगला ने अवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादिर को बांग्लादेश में शरण लिए हुए रोहिंग्या के लिए राहत सामग्री सौंपी। भारत ने रोहिंग्या मुस्लिमों के लिए बांग्लादेश को 7,000 टन राहत सामग्री भेजने का वादा किया है, जिसकी यह पहली खेप है।
पहली खेप में कुल 53 टन राहत सामग्री भेजी गई है
भारतीय वायु सेना के विमान से यह सामग्री पहुंचाई गई। भारत ने पहली खेप में कुल 53 टन राहत सामग्री भेजी है। भारतीय वायु सेना का विमान ने चटगांव के शाह अमानत इंटरनेशल एयरपोर्ट पहुंचा। राहत सामग्री में चावल, चीनी, नमक, बिस्किट, मिल्क पाउडर, साबुन और मच्छरदानी भेजी गई है।
भारत की तरफ पलायन नहीं होगा
विदेश मंत्रालय के मुताबिक बांग्लादेश में बड़ी तादाद में आ रहे शरणार्थियों के चलते उपजे मानवीय संकट के जवाब में भारत सरकार ने बांग्लादेश की सहायता करने का फैसला किया है। जानकारों के मुताबिक भारत सरकार के इस फैसले से म्यांमार से भागे हुए रोहिंग्या शरणार्थियों को भारत आने से रोका जा सकेगा। भारतीय अधिकारी मान रहे हैं कि अगर इन शरणार्थियों को खाने पीने की रसद पर्याप्त मात्रा में बांग्लादेश में ही मिलती रहे तो इनका पलायन भारत की तरफ नहीं होगा। भारत में पहले से ही हजारों रोहिंग्या शरणार्थी रह रहे हैं।