Indian Railways: क्या रेलवे स्टेशनों के नाम में जंक्शन, सेंट्रल या टर्मिनस का फर्क जानते हैं आप ? जानिए
नई दिल्ली, 10 नवंबर: भारतीय रेलवे अपना 165 साल से भी ज्यादा लंबा सफर पूरा कर चुका है। कोविड महामारी से पहले तक भारतीय रेलवे रोजाना करीब 11,000 ट्रेनें चलाता था, जिनमें से 7,000 के करीब यात्री गाड़ियां होती थीं। कोविड लॉकडाउन की वजह से पिछले साल मार्च में इसकी यात्री सेवा पूरी तरह से बंद कर दी गई थी और आज भी यह अपने पुराने वाले फॉर्म में ऑपरेशन नहीं शुरू कर पाया है। सवा लाख किलोमीटर से भी ज्यादा लंबे ट्रैक पर चलने वाले भारतीय रेलवे का ट्रैक रिकॉर्ड कई मायनों में अनोखा है। मसलन, आमतौर पर रेलवे स्टेशनों के नाम संबंधित स्थानों पर रखे गए हैं, लेकिन कुछ चुनिंदा रेलवे स्टेशनों के साथ जंक्शन, सेंट्रल, टर्मिनस या टर्मिनल भी जोड़ा जाता है। आज हम इसी की चर्चा करेंगे कि रेलवे स्टेशनों के नाम के साथ इन विशेषणों का उपयोग कब किया जाता है।
टर्मिनल या टर्मिनस स्टेशन कौन कहलाते हैं ?
यह वैसे बड़े स्टेशन होते हैं, जहां ट्रेनों की यात्राएं समाप्त हो जाती हैं या फिर वहां से गाड़ी आगे नहीं जाती। इस तरह के स्टेशन में रेलवे रूट खत्म हो जाता है। साधारण भाषा में समझें तो यहां रेलवे ट्रैक आगे की यात्रा के लिए ब्लॉक रहता है और यहां से ट्रेनें वापसी ही लौटती हैं, आगे नहीं जातीं। मुंबई का छत्रपति शिवाजी टर्मिनस भारतीय रेलवे का सबसे बड़ा टर्मिनल है। इसी तरह कोलकाता में हावड़ा टर्मिनल और मुंबई में लोकमान्य तिलक टर्मिनल, विक्टोरिया टर्मिनल,बांद्रा टर्मिनल, भावनगर टर्मिनल और कोचिन हार्बर टर्मिनस में भी ट्रेनों की यात्राएं समाप्त हो जाती हैं। अगर आप इन स्टेशनों तक ट्रेन से पहुंचे होंगे या यहां से सफर शुरू किया होगा तो आपने महसूस किया होगा कि किसी खास रूट पर यहां यात्रा का आखिरी पड़ा रहता है और उस रूट पर कोई ट्रेन आगे की ओर रवाना नहीं होती। दूसरे शब्दों में कहें तो किसी भी रूट का अंतिम पड़ाव टर्मिनस कहलाता है। टर्मिनल शब्द अंग्रेजी के टर्मिनेशन से निकला है, जिसका शाब्दिक अर्थ है समाप्त हो जाना।
सेंट्रल स्टेशन कौन होते हैं ?
इसी तरह भारतीय रेलवे के कई शहरों के प्रमुख स्टेशन के साथ सेंट्रल नाम जुड़ा होता है। यह उन स्टेशनों के लिए इस्तेमाल होता है जो किसी बड़े शहर का सबसे व्यस्त और महत्वपूर्ण स्टेशन होता है। आम तौर पर सेंट्रल स्टेशन से रोजाना बहुत ज्यादा संख्या में ट्रेनें गुजरती हैं। हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि देश के हर बड़े शहर में सेंट्रल स्टेशन भी हों। देश में 5 बड़े सेंट्रल स्टेशन चर्चित हैं- कानपुर सेंट्रल, मुंबई सेंट्रल, चेन्नई सेंट्रल, तिरुवनंतपुरम सेंट्रल और मैंगलुरु सेंट्रल। किसी भी बड़े शहर में रेलवे स्टेशन के नाम के साथ सेंट्रल जुड़ा है, इसका मतलब है कि वह शहर का सबसे पुराना और व्यस्ततम स्टेशन है।
जंक्शन स्टेशन कौन होते हैं ?
जब किसी भी रेलवे स्टेशन से कम से कम दो या उससे ज्यादा दिशाओं की ओर ट्रेनें जाती हैं तो उन्हें जंक्शन कहा जाता है। जरूरी नहीं है कि ऐसे स्टेशन किसी बड़े शहर में ही हों। जहां से भी दो या ज्यादा रूट के लिए ट्रेनें चलेंगी वह जंक्शन कलाएगा जंक्शन का मतलब ही है संगम या जोड़। भारत में मथुरा जंक्शन सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां से सात दिशाओं की ओर ट्रेनें निकलती हैं। इसी तरह सलेम जंक्शन से 6, विजयवाड़ा जंक्शन से 5 और बरेली जंक्शन से भी 5 रूट निकलते हैं। दिल्ली, पटना जैसे स्टेशन भी महत्वपूर्ण जंक्शन हैं।