सियाचिन में दुश्मन पर कहर बनकर टूटेगा एचएएल का एलसीएच
बेंगलुरु। अब अगर पाकिस्तान से सियाचिन के जरिए दुश्मनों ने देश में दाखिल होने की कोशिश की या फिर किसी नापाक साजिश को अंजाम देने के मंसूबों से यहां दाखिल हुआ, तो उसकी खैर नहीं होगी। हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड, एचएएल ने सियाचिन में लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर यानी एलसीएच की सफल लैंडिंग कराई है।
दुर हुई एक बड़ी बाधा
इस लैंडिंग के साथ ही इस अटैक हेलीकॉप्टर के रास्ते में आ रही एक बड़ी बाधा भी दूर हो चुकी है। एलसीएच देश का पहला अटैक हेलीकॉप्टर है जो सियाचिन जैसे मुश्किल और दुनिया के सबसे कठिन वॉर जोन में पहुंचा है।
एचएएल के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर टी सुवर्णा राजू ने जानकारी दी है कि इस हेलीकॉप्टर के सभी ट्रायल आईओसी यानी इनीशिएल ऑपरेशनल क्लीयरेंस के लिए काफी अहम थे।
राजू ने जानकारी दी कि इस सफलता के साथ ही अब इस हेलीकॉप्टर की हर तरह के मौसम में और ज्यादा ऊंचाई और कम लेवर पर इसकी उड़ान से जुड़ी परफॉर्मेंस से जुड़ी शंकाएं भी फ्लाइट ट्रायल्स के साथ दूर हो गई हैं।
इसके साथ ही अब एचएएल का दावा है कि एलसीएच सियाचिन स्थित फारॅवर्ड लैंडिंग बेस से आसानी से टेक ऑफ कर सकता है और लैंड कर सकता है।
स्लाइड्स में देखिए इस ट्रायल से जुड़ी कुछ खास तस्वीरें और इसके ट्रायल से जुड़ी कुछ खास बातें
हर तरह के तापमान में ट्रायल
एचएएल के मुताबिक लेह में एलसीएच के टीडी3 के प्रोटोटाइप को 13 से 27 डिग्री के तापमान में टेस्ट किया गया। इस ट्रायल में इंडियन एयर फोर्स और आर्मी के अलावा सेमिलैक और डीजीएकेक्यू एजेंसियों के पायलट शामिल थे।
13,600 से 15,800 फीट तक की उड़ान
टेस्ट पायलट्स ने अलग-अलग भौगोलिक परिस्थितियों के तहत इसे फारवर्ड बेस पर लैंड कराया। टेस्ट ट्रायल ऊंचाई के साथ ही अलग-अलग वातावरण परिस्थितियों के तहत पूरा हुआ। इसके साथ ही ट्रायल में हथियारों के साथ ही इसकी ईधन क्षमता पर भी ध्यान दिया गया था।
चैलेंज और सरप्राइज से भरपूर ट्रायल
एचएएल अधिकारियों के मुताबिक इसका ट्रायल उनके लिए जहां कई तरह की चुनौतियों से लैस था तो ट्रायल को देखकर वह हैरान भी हुए। यह अटैक हेलीकॉप्टर लद्दाख में इंडस नदी के ऊपर से गुजरा तो वहीं पश्चिम कारोकोरम रेंज को भी इसने सफलता से पार किया।
25,000 से 20,000 फीट पर पहुंचा
एलसीएच ने अपने ट्रायल के दौरान 25,000 से लेकर 20,000 फीट तक ऊंचाई के स्तर को छुआ। अधिकारियों के मुताबिक सियाचिन का तापमान जुलाई-अगस्त में 30 डिग्री तक पहुंच जाता है। ऐसे में इसकी पर परफॉर्मेंस को काफी प्रभावशाली कहा जा सकता है।
कौन-कौन से ट्रायल
नवंबर 2013 में एलसीएच का चेन्नई में सी लेवल ट्रायल, जनवरी फरवरी 2015 में लेह में सर्दियों की परिस्थितियों में हुआ ट्रायल और जुलाई में जयपुर में गर्म मौसम में इसका ट्रायल हो चुका है।
2016 में एक अहम ट्रायल
अब एचएएल वर्ष 2016 में एलसीएच का वेपेन फायरिंग ट्रायल को अंजाम देने की योजना तैयार कर रहा है।