India-China tension: पैंगोंग की फिंगर 4 पर मौजूद हैं 2,000 चीनी सैनिक, भारतीय सेना ने भी बढ़ाई तैनाती!
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच जारी टकराव रोज नए मोड़ ले रहा है। अब ऐसी खबरें हैं कि भारत की तरफ से पैंगोंग त्सो के उत्तरी हिस्से में स्थित फिंगर इलाके पर पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के जवानों की संख्या बढ़ाई जाने के बाद अब भारत की तरफ से भी यहां पर तैनाती बढ़ा दी गई है। पीएलए के सैनिक भारी संख्या में फिंगर 3 पर मौजूद हैं। पिछले 48 घंटों में पीएलए ने यहां पर अपना जमावड़ा बढ़ा दिया है। आपको बता दें कि गुरुवार को ऐसी खबरें आई हैं जिसमें भारतीय अधिकारियों ने कहा है कि लद्दाख में अब चीन के साथ जारी टकराव कोई भी मोड़ ले सकता है।
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भारत ने फेल की घुसपैठ की कोशिशें
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि डिसइंगेजमेंट पर राजी होने के बाद भी चीन की सेना ने कभी फिंगर 4 खाली ही नहीं किया था। मंगलवार रात करीब 2000 चीनी सैनिक इस पर पहुंच गए हैं। फिंगर 4 पर चीनी सैनिकों की मौजूदगी को देखते हुए इंडियन आर्मी ने भी तैनाती बढ़ा दी है। पीएलए के जवान मई माह से ही फिंगर चार पर मौजूद हैं। यहां से फिंगर 8 तक की दूरी करीब आठ किलोमीटर है। भारत का कहना है कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) फिंगर 8 तक है लेकिन चीन सिर्फ फिंगर 4 तक ही इसे मान्यता देता है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि 29 और 30 अगस्त की रात को चीन की घुसपैठ की कोशिशों को भारतीय जवानों ने फेल कर दिया है। इस समय सेना रेजांग ला के करीब रेकिन ला पर मौजूद हैं। यह हिस्सा पैंगोंग के दक्षिण में आता है।
कुछ ही मीटर की दूरी पर जवान
गुरुवार को सरकार के टॉप सूत्र की तरफ से बताया गया है कि तनाव बरकरार है और दोनों तरफ के सैनिक बस 500 मीटर की दूरी पर हैं। एक अधिकारी की तरफ से कहा गया कि दोनों तरफ की सेनाएं हथियारों से लैस हैं। सभी जवान शूटिंग रेंज के अंदर हैं और ऊंचाईयों पर तैनाती साफ देखी जा सकती है। अधिकारियों की मानें तो रात के समय मौसम बहुत मुश्किल हो जाता है। ऐसे में जवानों को शांत रखना सबसे बड़ी चुनौती है। अधिकारियों की मानें तो पीएलए ने क्षेत्र में अतिरिक्त तैनाती नहीं की है लेकिन मौजूदा तैनाती से ही जवानों को फिंगर 4 पर तैनात किया है।
सेना लगातार कर रही पहुंचने की कोशिशें
दोनों देशों की सेनाएं इस समय फिंगर 3 और 4 को जोड़ने वाले मुहाने पर मौजूद हैं। फिंगर 4 के सिरे को ग्रीन टॉप कहते हैं और यहीं पर पीएलए के जवान तैनात हैं। इस जगह से वह फिंगर 3 के पश्चिम में स्थित धन सिंह थापा पोस्ट पर नजर रखे हैं। ग्रीन टॉप से एक किलोमीटर दूर उत्तर में एक और टॉप है जिसे पिंपल कहते हैं। पीएलए ने इस पर भी कब्जा किया हुआ है। वहीं फिंगर 3 से 1 किलोमीटर दूर स्थिति बहुत ही तनावपूर्ण है। सूत्रों के मुताबिक भारतीय सेना फिंगर 3 के टॉप पर आने की पूरी कोशिशें कर रही है। लेकिन पीएलए के जवान जो इसके करीब, उसे ऐसा करने से रोक रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में सेना की तरफ से कम से कम दो बार इस पर आने की कोशिशें की गई हैं।
अगले हफ्ते हो सकती है कोर कमांडर वार्ता
सेना सूत्रों की तरफ से बताया गया है कि अगले हफ्ते दोनों देशों के बीच एक और दौर की कोर कमांडर वार्ता हो सकती है। बुधवार को दोनों देशों के बीच एक और राउंड ब्रिगेड कमांडर वार्ता हुई थी। फोन पर दोनों देशों के ब्रिगेडियरों के बीच हुई वार्ता में ही कोर कमांडर वार्ता पर रजामंदी बनी। भारत और चीन के बीच अब तक पांच दौर की कोर कमांडर स्तर की मीटिंग हो चुकी है। पहली मीटिंग छह जून को हुई थी और अब तक हुई किसी भी मीटिंग में कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका है। सात सितंबर को पीएलए के वेस्टर्न थियेटर कमांड की तरफ से भारतीय जवानों पर फायरिंग का आरोप लगाया गया था। इंडियन आर्मी की तरफ से चीन को स्पष्ट कर दिया गया था कि न तो भारत के सैनिकों ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) को पार किया है और न ही कोई फायरिंग की।