सेना की नॉर्दन कमांड और ITBP के शीर्ष अधिकारियों की बैठक में तालमेल बढ़ाने पर मंथन
भारतीय सेना के नॉर्दन कमांड और ITBP के अधिकारियों ने संयुक्त कार्रवाई के दौरान तालमेल बढ़ाने पर मंथन किया।
India China Faceoff गत करीब एक हफ्ते से सुर्खियों में है। अरुणाचल प्रदेश में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की आक्रामकता के बाद सीमावर्ती इलाकों में भारत की सुरक्षा पर नए सिरे से विचार हो रहा है। इसी कड़ी में भारतीय सेना के नॉर्दन कमांड और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के अधिकारियों ने बैठक कर हालात की समीक्षा की।
तालमेल बढ़ाने पर चर्चा
ANI की रिपोर्ट के मुताबिक लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी और एडीजी मनोज रावत ने अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सीमा सुरक्षा जैसे मामले पर चर्चा की। इसमें कहा गया कि भारतीय सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस जरूरत पड़ने पर संयुक्त कार्रवाई कर सकते हैं। ऐसे में मंगलवार को दोनों सेनाओं के बीच परिचालन एकीकरण और तालमेल बढ़ाने पर चर्चा हुई।
इंडियन आर्मी के नॉर्दन कमांड की तरफ से भी मुलाकात की जानकारी ट्वीट कर दी गई। नॉर्दन कमांड के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल (@NorthernComd_IA) पर दोनों सैन्य अधिकारियों की बैठक की जानकारी दी।
नॉर्दन आर्मी कमांडर की तैयारियां
ITBP के साथ बैठक करने वाले लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने गत नवंबर में आक्रामक तेवर दिखाते हुए कहा था कि अगर सरकार कार्रवाई के आदेश देती है तो सेना हर समय मुस्तैद है। जम्मू कश्मीर के पुंछ में सवालों के जवाब देते हुए उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा था कि भारतीय सेना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को वापस लेने जैसे आदेशों को पूरा करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा था, "जहां तक भारतीय सेना का संबंध है, वह भारत सरकार द्वारा दिए गए किसी भी आदेश को पूरा करेगी। जब भी इस तरह के आदेश दिए जाएंगे, हम इसके लिए हमेशा तैयार रहेंगे।" सैन्य कमांडर ने रक्षा मंत्री के पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) को वापस भारत में मिलाने वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी थी।
क्यों चर्चा में रही सैन्य अधिकारियों की बैठक
बता दें कि अरुणाचल के तवांग में भारतीय सेना के जवानों ने चीनी आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब दिया था। कुछ दिनों पहले आई रिपोर्ट में ये दावा भी किया गया है कि चीनी सैनिक विवादित इलाकों में अपनी मौजूदगी लगातार मजबूत करते जा रहे हैं। हालही में अमेरिकी संस्था की सेटेलाइट तस्वीरों में दावा किया गया कि सिक्किम से सटे इलाके और डोकलाम में स्थायी निर्माण कर रहा है। ऐसे में सेना को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश भी दिए गए हैं।
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