भारत-चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की बैठक 11 घंटे तक चली, आज सेना प्रमुख करेंगे लेह का दौरा
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर एक बार फिर से सोमवार को दोनों देशों के सेनाओं के बीच बैठक हुई। भारत और चीन की सेनाओं के बीच कोर कमांडर स्तर पर यह बैठक तकरीबन 11 घंटे तक चली। जानकारी के अनुसार यह बैठक सोमवार सुबह 11.30 बजे शुरू हुई यह बैठक रात तकरीबन 10.30 बजे तक चली। कोर स्तर की बैठक के बाद आज आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवाने आज लेह जाएंगे। वह यहां 14 कोर के अधिकारियों के साथ जमीनी स्तर का जायजा लेंगे और चीनी सेना के साथ बातचीत में हुई प्रगति की भी जानकारी लेंगे।
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बता दें कि 15 जून को भारत और चीन की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमे देश के 20 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे। वहीं पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के संघर्ष के एक हफ्ते बाद आखिरकार चीन ने मान लिया है कि, दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुए संघर्ष में इसके भी सैनिक मारे गए हैं। चीन ने माना है कि, पिछले हफ्ते लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास हुई हिंसक झड़प में 20 से कम सैनिक मारे गए हैं। भारतीय मीडिया द्वारा एक दिन पहले ही बताया गया था कि भारत ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को 16 चीनी सैनिकों के शव सौंपे थे।
बता दें कि, भारत ने पिछले हफ्ते हुई हिंसा में अपने 20 सैनिकों के शहीद होने की पुष्टि की थी, लेकिन चीनी प्रशासन की ओर से मारे गए सैनिकों की संख्या पर चुप्पी साध ली गई थी। बीजिंग में चीनी कम्युनिटी पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने सोमवार को चीनी विशेषज्ञों के हवाले से कहा कि चीन हताहतों कि संख्या इसलिए नहीं बताना चाहता, क्योंकि वह नहीं चाहता कि सीमा पर संघर्ष बढ़े। हमारे हताहतों कि संख्या 20 से कम है। अगर सही संख्या बता दी तो भारत सरकार फिर से दबाव में आ जाएगी। इसके साथ ही ग्लोबल टाइम्स ने 40 चीनी सैनिकों के मारे जाने के बारे में कहा कि मोदी सरकार अपनी जनता को संतुष्ट के लिए ऐसा बोल रही है।