चीन को जवाब देने के लिए मोदी सरकार बनाएगी सुरंग, बजट में हुआ ऐलान
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नई दिल्ली। जिस चीन लगातार अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और एक के बाद एक लगातार इस तरह की हरकतें कर रहा है जिसकी वजह से भारत से तनाव बढ़ा है उसके बाद आखिरकार भारत ने बड़ा फैसला लिया है। गुरुवार को आम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में चीन की सीमा के पास तवांग इलाके में सेना की टुकड़ी को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए सुरंग का निर्माण किया जाएगा। यह सुरंग सामरिक दृष्टि से काफी अहम है, जिसकी मदद से जरूरत पड़ने पर भारतीय सेना को इस इलाके में काफी तेजी से भेजा जा सकता है। यह सुरंग 13700 फीट की होगी। यह सुरंग सेला पास से होते हुए जाएगी।
अन्य सुरंग को लेकर चल रहा है काम
आम बजट पेश करते हुए जेटली ने कहा कि सरकार देश की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए कदम उठा रही है। इसी क्रम में रोहतांग की सुरंग को पूरा कर लिया गया है जोकि हर मौसम में लदाख इलाके में पहुंचने में काफी मददगार साबित होगी। जोजिला पास सुरंग को बनाने के कॉट्रैक्ट आवंटन की भी प्रक्रिया चल रही है, यह 14 किलोमीटर लंबा है, अब मैं सेला पास से होते हुए सुरंग बनाने का प्रस्ताव आगे रखता हूं।
कूटनीतिक दृष्टि से काफी अहम
सेला पास पर सुरंग बनाने का फैसला सरकार ने ऐसे समय में लिया है जब पिछले कुछ समय में चीन ने लगातार अपने विरोधी तेवर दिखाए हैं, चीन-भारत की सीमा जोकि 4000 किलोमीटर लंबी है, वहां लगातार चीन ने किसी ना किसी तरह का विवाद खड़ा किया है जिसे देखते हुए सरकार ने इस सुरंग को बनाने का फैसला लिया है। आपको बता दें कि सेला पास तवांग और पश्चिमी कमेंग जिला के बीच है जोकि अरुणाचल प्रदेश में स्थित है, इस इलाके को कूटनीतिक दृष्टि से काफी अहम माना जाता है।
सेना प्रमुख ने दी थी सलाह
गौरतलब है कि भारत और चीन की सेना के बीच 73 दिनों तक डोकलाम को लेकर विवाद चला था, जब भारतीय सेना ने चीन द्वारा यहां किए जा रहे निर्माण का विरोध किया और इसे रोकने की बात कही। भूटान और चीन के बीच डोकलाम को लेकर विवाद है। 28 अगस्त को यह विवाद दोनों देशों के बीच आपसी सहमति के बाद खत्म हो गया था, जिसके बाद भारत और चीन की सेना वापस अपनी सीमा में चली गई थीं। इसके बाद भारतीय सेना चीन की सीमा पर लगातार तेजी से निर्माण कार्य कर रही है। हाल ही में भारतीय सेना के अध्यक्ष बिपिन रावत ने कहा था कि अब समय आ गया है कि भारत को पाकिस्तान की सीमा से हटक पूर्वी सीमा पर ध्यान देना चाहिए।