कर्नाटक में आज से 17 गतिविधियों को मिली लॉकडाउन से छूट
नई दिल्ली- देश के जिन इलाकों में कोरोना का प्रकोप रुका है, वहां केंद्र सरकार ने पिछले 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों को फिर से शुरू करने की इजाजत दी थी। लेकिन, कर्नाटक ने उन प्रावधानों को कई इलाकों में आज से लागू किया है। फिलहाल वहां 17 गतिविधियों या कार्यों को लॉकडाउन से राहत दी गई है। इस फैसले से आईटी सेक्टर, कुछ वित्तीय संस्थाओं, किसानों और ग्रामीण और ऑद्योगिक क्षेत्रों में कंस्ट्रक्शन के काम और मनरेगा से जुड़ी परियोजनाओं में काम फिर से शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है। सरकार ने साफ निर्देश दिया है कि इन गतिविधियों को शुरू करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए अपनाए जाने वाले उपाय पहले की तरह ही लागू रहेंगे।
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17 गतिविधियों को मिली लॉकडाउन से छूट
भारी वित्तीय संकट से गुजर रहे कर्नाटक ने आज 17 गतिविधियों को लॉकडाउन से राहत दे दी है। जिन क्षेत्रों में यह छूट दी गई है उनमें शहरों के बाहरी इलाकों में स्थित आईटी और आईटीईएस कंपनियां और निर्माण से जुड़ी गतिविधियां भी शामिल हैं। राज्य के मुख्य सचिव टीएम विजय भास्कर ने बुधवार को इस संबंध में आदेश जारी किया था। जिन इलाकों में 17 गतिविधियों को छूट दी गई है, वो जिलाधिकारियों और बीबीएमपी कमिश्नरों की ओर से घोषित कोविड-19 कंटेनमेंट जोन से बाहर हैं। राज्य के प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री एस सुरेश कुमार ने बताया कि 'यह कंपनियों के प्रबंधन के विवेक पर छोड़ दिया गया है कि वह न्यूनतम आवश्यक कर्मचारियों में यह तय करें कि कौन ऑफिस आकर काम करे और कॉन घर से काम करे। '
कंस्ट्रक्शन और कुछ स्वरोजगार को मंजूरी
इनके अलावा इलेक्ट्रिशीयन, आईटी के उपकरों की रिपेयरिंग करने वाले, प्लंबर, मोटर मैकेनिक्स और कारपेंटर जो कि स्वरोजगार में लगे हैं, उन्हें भी स्थानीय इलाकों में काम करने की इजाजत दे दी गई है। इसके अलावा राज्य के ग्रामीण इलाकों और इंडस्ट्रीयल एस्टेट में निर्माण कार्यों से जुड़ी गतिविधियों को भी इजाजत दी गई है, जहां मजदूर पहले से ही मौजूद हैं और उन्हें बाहर से मंगवाने की जरूरत नहीं है। निर्माण कार्यों में सूक्ष्म-लघु और मध्यम दर्जे के उद्योंगों समेत सड़क निर्माण, सिंचाई परियोजनाएं, गृह निर्माण और सभी तरह के इंडस्ट्रीयल प्रोजेक्ट को भी शामिल किया गया है।
कृषि कार्यों को मिली हरी झंडी
इसी तरह कृषि और बागवानी से जुड़ी गतिविधियों को भी लॉकडाउन से पूरी तरह की छूट दे दी गई है। इसके तहत एमएसपी तय करने से लेकर मंडियों से जुड़े कार्यों को भी अपना काम शुर करने की इजाजत मिल गई है। कृषि यंत्रों से जुड़े स्पेयर पार्ट्स की दुकानें भी खुल सकती हैं। 50 फीसदी श्रमिकों के साथ चाय, कॉफी और रबड़ के प्लांटेशन और प्रोसेसिंग यूनिट्स को भी अपना काम शुरू करने की अनुमति मिल गई है।
सार्वजनिक यातायात में कोई छूट नहीं
इसके अलावा जिन गतिविधियों को कर्नाटक में अब लॉकडाउन से राहत दी गई है उनमें फाइनेंसियल सेक्टर, सोशल सेक्टर, ऑनलाइन टीचिंग, डिस्टेंस लर्निंग, मनरेगा से जुड़े कार्य, कार्गों की आवाजाही और आवश्यक चीजों की सप्लाई शामिल है। लेकिन, सार्वजनिक यातायात 3 मई तक बंद रहेंगे। अलबत्ता आपात परिस्थितियों में पास के साथ निजी वाहनों को आने-जाने की इजाजत रहेगी और जो लोग पास के साथ यात्रा कर रहे हैं उन्हें भी नहीं रोका जाएगा।