तेजस एक्सप्रेस जैसी लग्जरी ट्रेन के लायक ही नहीं भारतीय, सबूत देख लीजिए
आपको बता दें कि रेलवे के अधिकारियों ने ऐसी चीजों के नुकसान का अनुमान पहले ही लगा लिया था, लेकिन अनुमान से ज्यादा हुए नुकसान ने उन्हें हैरान कर दिया है।
मुंबई। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने जब देश की सबसे हाईफाई और एडवांस ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को झंडी दिखाई तब उन्होंने सोचा भी नहीं होगा कि भारत में रहने वाले यात्री इस तरह की सुविधाओं वाली ट्रेन में चलने लायक नहीं हैं। इस ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों ने जो हरकत की उससे तो यही लगता है। जी हां मुंबई से गोवा जाने वाली तेजस ट्रेन की पहली सफर में ही यात्रियों ने सीट पर लगे हेडफोन चोरी कर लिया। इतना ही नहीं मनोरंजन के लिए ट्रेन में लगाई गई एलईडी स्क्रीन्स को भी नुकसान पहुंचाया गया।
अंग्रेजी अखबर मुंबई मिरर में छपी खबर के मुताबिक रेलवे के अधिकारी उन खबरों से परेशान हैं जिनके मुताबिक ट्रेन से पहली बार सफर करने के बाद बहुत सारे यात्रियों ने हेडफोन वापस लौटाना उचित नहीं समझा। हेडफोन की इस 'चोरी' का असर बुधवार को ट्रेन के गोवा से मुंबई के सफर पर नजर आया। यात्रियों ने शिकायत की कि उन्हें एलईडी स्क्रीन पर कार्यक्रम का आनंद उठाने के लिए हेडफोन नहीं मिले। बता दें कि ट्रेन की शुरुआत होने से पहले ही इसके शीशों को नुकसान पहुंचाने की बात सामने आ चुकी है।
आपको बता दें कि रेलवे के अधिकारियों ने ऐसी चीजों के नुकसान का अनुमान पहले ही लगा लिया था, लेकिन अनुमान से ज्यादा हुए नुकसान ने उन्हें हैरान कर दिया है। रेलवे के अधिकारी ट्रेन के यात्रियों से ऐसे नुकसान नहीं करने की अपील करने की योजना बना रहे हैं। उल्लेखनीय है कि तेजस एक्सप्रेस में ऐसी कई खूबियां हैं जो आमतौर पर एयरलाइंस में देखने को मिलती हैं। सफर को आरामदायक बनाने के एक्जीक्युटिव क्लास में हाईक्वालिटी कुर्सियां लगी हैं।
सफर में मनोरंजन के लिए कुर्सियों के सामने एलईडी स्क्रीन भी लगी है,जिसमें मूवी देखने, गेम खेलने के इंतजाम हैं। एक बटन दबाकर आप ट्रेन के अटेंडेंट को बुला सकते हैं, ऐसी सुविधा विमान में ही होती है। कोच में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पहली यात्रा में लगभग 12 हेडफोन के चोरी होने की बात भी कही है, जबकि कई एलईडी टूट गई हैं।