हेमा मालिनी बोलीं- मथुरा आने वाले लोगों ने बंदरों को फ्रूटी और समोसा देकर बिगाड़ा
मथुरा: भारतीय जनता पार्टी की मथुरा से सांसद हेमा मालिनी ने गुरुवार को बंदरों की परेशानी को लेकर अजीब बयान दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि मथुरा-वृंदावन क्षेत्र में बंदरों को केवल फल खिलाने चाहिए। यहां आने वाले पर्यटकों ने उन्हें समोसे और फ्रूटी खिलाकर बिगाड़ दिया है। वो लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए वृंदावन आई थी। अभिनेत्री से नेता बनी त्तर प्रदेश के वृंदावन में सुदामा कुटी में स्थानीय लोगों के साथ संवाद के लिए आई थी।
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हेमा मालिनी ने बंदरों की परेशानी पर ये कहा
मथुरा के वृंदावन इलाके के लोग बंदरों के उत्पात से परेशान है। गुरुवार को स्थानीय लोगों ने हेमा मालिनी के सामने इसे लेकर अपनी परेशानी रखी। बंदरों के सलाव पर उन्होंने कहा कि बंदर कहां जाएंगे? यह सह-अस्तित्व है। समस्या ये है कि यहां आने वाले लोग उन्हें फ्रूटी और समोसा देते हैं, जो उन्हें बिगाड़ रहा है। बंदरो को केवल फल खिलाना चाहिए। हेमा मालिनी ने आगे कहा कि ओमेक्स हाउसिंग प्रोजेक्ट में उनका छोटा सा घर है, वहां भी बंदरों की समस्या है।
हेमा मालिनी ने 2014 में जयंत चौधरी को दी थी मात
साल 2014 के चुनाव में हेमा मालिनी ने राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख अजित सिंह के लड़के जयंत चौधरी को मात दी थी। इस इलाके को जाट बहुल इलाका माना जाता है। बीजेपी ने उन्हें दोबारा यहां से उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने ऐलान किया है कि ये उनका आखिरी चुनाव है। कांग्रेस ने यहां से महेश पाठक को टिकट दिया है। वहीं महागठबंधन ने यहां से कुंवर नरेंद्र सिंह को उतारा है। इस सीट पर 18 अप्रैल को दूसरे चरण में वोटिंग होगी।
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महीने की शुरुआत में विवाद में फंसी
इस महीने की शुरुआत में गोवर्धन क्षेत्र में महिलाओं के साथ गेहूं की फसल काटने के बाद उन्होंने तस्वीरें शेयर की थी। इस पर विवाद हो गया था। विपक्षी नेताओं ने इसे नौटंकी करार दिया था। बाद में इस मामले में मीडिया को संबोधित करते हुए हेमा मालिनी ने कहा था कि जब मैं गांवों में जा रही थी, तो मैंने देखा कि सुनहरे रंग के गेहूँ की फसल तैयार है। मैंने अपने हाथ आजमाने की कोशिश की। खेतों में महिलाओं ने मेरा गर्मजोशी से स्वागत किया। हमने 10 गांवों का दौरा किया। उन्होंने साथ ही दावा किया था कि उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में बहुत काम किया है। लोग उन्हें दोबारा वोट देंगे।
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