बजट 2021: हेल्थ सेक्टर के लिए स्पेशल फंड का ऐलान कर सकती है मोदी सरकार
नई दि्ल्ली। कोरोना महामारी(corona pendemic) से सबक सीखते हुए सरकार इस बजट (Budget 2021) में हेल्थ सेक्टर (health sector)के लिए जल्द ही एक खास फंड (special Fund) बनाने जा रही है। बिजनेस स्टैंडर्ड अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार 2025 तक हेल्थ पर कुल GDP का 2.5 फीसदी खर्च करने का लक्ष्य है। अभी हेल्थ सेक्टर पर कुल GDP का 1.4 फीसदी खर्च होता है। बिजनेस स्टैंडर्ड अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र और राज्य दोनों सरकारों से इस कोष में योगदान कर सकती हैं। योजना की घोषणा आगामी केंद्रीय बजट 2021 में की जा सकती है।
कोरोनो वायरस महामारी के मद्देनजर आगामी बजट में स्वास्थ्य देखभाल खर्च बढ़ाने के लिए सरकार से इस साल कई अपील की गई हैं। बता दें कि, भारत का कुल स्वास्थ्य व्यय जीडीपी के 1 प्रतिशत से अधिक है, जो दुनिया की अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में बहुत कम है। सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस पर कैबिनेट ड्राफ्ट नोट तैयार किया जा चुका है। बजट में PM स्वास्थ्य सुरक्षा निधि का ऐलान हो सकता है। हेल्थ एंड एजुकेशन सेस में से हेल्थ का हिस्सा इसी फंड में जाएगा।
दो सरकारी अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि इस फंड को "प्रधानमंत्री" योजनाओं के तहत बनाया जा सकता है। इसके अंतर्गत छोटी और दीर्घकालिक दोनों प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। उन्होंने संकेत दिया कि नए फंड का प्राथमिक उद्देश्य प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं पर 25 प्रतिशत और बाकी बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ चिकित्सा अनुसंधान और विकास पर खर्च करना होगा। यह कोष सरकार की मौजूदा स्वास्थ्य योजनाओं जैसे आयुष्मान भारत में भी सहायता करेगा।
रिपोर्ट के अनुसार, फंड की संरचना और प्रारंभिक परिव्यय 1 फरवरी को आगामी केंद्रीय बजट 2021 की प्रस्तुति की जा सकती है। यह योजना स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कथित रूप से प्रस्तावित की गई है। बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट में सूत्रों ने यह भी संकेत दिया कि निजी आय और कॉर्पोरेट टैक्स पर चार फीसदी स्वास्थ्य और शिक्षा सेस नए हेल्थकेयर फंड में जा सकता है।
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