लोकसभा में अश्विनी चौबे बोले- चमकी बुखार से निपटने के लिए लॉन्ग टर्म प्लान पर काम हो रहा
नई दिल्ली। लोकसभा में बिहार के मुजफ्फरपुर में इंसेफिलाइटिस सिंड्रोम (चमकी) बुखार से 100 से अधिक बच्चों की मौत के मुद्दे पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने लोकसभा में जवाब दिया है। अश्विनी चौबे ने कहा कि बिहार में चमकी बुखार अब नियंत्रण में आ रहा है। बच्चों के इलाज के लिए एन वार्ड और एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि दुख है कि कई बच्चों की मौत हो गई लेकिन हमने आवश्यक कदम उठाए हैं।
लॉन्ग टर्म प्लान पर काम कर रही है सरकार
उन्होंने कहा कि सरकार इससे निपटने के लिए लॉन्ग टर्म प्लान पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बच्चों को आयुष्मान भारत योजना की सुविधा मिल रही है। इसके अलावा स्वास्थ्य राज्यमंत्री ने कहा कि चमकी बुखार को देखते हुए तीन उच्च स्तरीय टीम को केंद्र ने बिहार भेजा था। उन्होंने कहा कि यहां तक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी मुजफ्फरपुर अस्पताल दौरे के दौरान 100 से अधिक मरीजों को देखा था।
पूरे बिहार में 150 से अधिक बच्चों की मौत
बता दें कि चमकी बुखार की बात करे तो इससे पूरे बिहार में 150 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है। इसमें 100 से अधिक बच्चों की मौत तो केवल मुजफ्फरपुर में हुई है। चमकी बुखार को लेकर स्थानीय लोगों ने राज्य और केंद्र सरकार पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। लोगों ने कहा कि उनको अस्पताल में वैसी सुविधाए नहीं मिलो जो मिलनी चाहिए थी, और इसी वजह से बच्चों की मौत का आंकड़ा 100 के पार पहुंच गया।
चमकी बुखार के लक्षण
चमकी बुखार' में बच्चे को लगातार तेज बुखार हमेशा ही रहता है, इस दौरान बच्चे के शरीर में ऐंठन होती है, दांत किटकिटाने लगते हैं, आंखें लाल हो जाती हैं, कमज़ोरी की वजह से बच्चा बार-बार बेहोश होता है, शरीर सुन्न हो जाता है, कई मौकों पर ऐसा भी होता है कि अगर बच्चों को चिकोटी काटेंगे तो उसे पता भी नहीं चलेगा, जबकि आम बुखार में ऐसा नहीं होता है, इस बुखार में बच्चा हिल-डुल भी नहीं पाता है, हालांकि शरीर में किसी भी प्रकार की सूजन नहीं होती है।
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