Remdesivir को लेकर अच्छी खबर, 4,50,000 वाइल में से पहली खेप आज पहुंचेगी भारत
नई दिल्ली, 30 अप्रैल: कोविड के कहर के बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर बहुत ही अच्छी खबर है। अमेरिका से आज इसकी 75,000 वाइल की पहली खेप भारत पहुंच रही है। इसके अलावा अगले कई महीनों तक इसी तरह इसकी खेप भारत पहुंचती रहेगी। इनके अलावा दुनिया के कई देशों से भारत को मेडिकल सहायता, वैक्सीन और दवा बनाने वाले कच्चे माल भी भेजे जा रहे हैं। इस दौरान रेमडेसिविर इंजेक्शन जैसी दवाओं का देश में भी उत्पादन कई गुना बढ़ा दिया गया है और धीरे-धीरे इसकी उत्पादन क्षमता और भी बढ़ाई जा रही है, ताकि अप्रत्याशित रूप से पैदा हुए हालात को नियंत्रित किया जा सके।
अमेरिका से रेमडेसिविर की पहली खेप पहुंच रही है
केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 'भारत सरकार की कंपनी एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड ने अमेरिका की मेसर्स गिलीड साइंसेज और मिस्र की दवा कंपनी मेसर्स इवा फार्मा को रेमडेसिविर की 4,50,000 वाइल का ऑर्डर दिया है। उम्मीद है कि अगले एक या दो दिन में अमेरिका की गिलीड साइंसेज 75,000 से 1,00,000 वाइल भेज देगी। इसके आगे 15 मई या उससे भी पहले 1 लाख वाइल की सप्लाई मिल जाएगी। इवा फार्मा शुरू में करीब 10,000 वाइल की सप्लाई करेगी और बाद में जुलाई तक हर 15 दिनों में 50,000 वाइल की आपूर्ति करेगी।' राहत की बात ये है कि 75,000 वाइल की पहली खेप शुक्रवार को भी भारत पहुंच रही है।
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एक दिन में सामने आया 3,86,452 नया संक्रमण
भारत सरकार के रसायन और उर्वरक मंत्रालय का बयान उस दिन आया है, जब देश में कोरोना के नए संक्रमण का आंकड़ा 3,86,452 पर पहुंच गया है और एक दिन में 3,498 लोगों ने इसकी चपेट में आकर दम तोड़ दिया है। इसके साथ ही देश में कोविड का कुल संक्रमण 1.87 करोड़ तक पहुंच गया है और महामारी की शुरुआत से इससे मरने वालों की तादाद बढ़कर 2,08,330 हो गई है। इन आंकड़ों में भारत अब सिर्फ अमेरिका से ही पीछे रह गया है। देश में कोरोना महामारी की हालत इस वक्त सोशल मीडिया ज्यादा बयां कर रही हैं, जिसमें लोग ऑक्सीजन, रेमडेसिविर इंजेक्शन, अस्पतालों में वेड और वेंटिलेटर को लेकर हर किसी से गुहार लगाते दिख रहे हैं
देश में रेमडेसिविर की उत्पादन क्षमता भी बढ़ाई गई
केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्रालय के मुताबिक रेमडेसिविर के आयात के साथ ही देश में लगातार इसका उत्पादन बढ़ाने पर भी जोर दिया जा रहा है। मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, '27 अप्रैल, 2021 तक सात स्वदेशी लाइसेंसी निर्माताओं की उत्पादन क्षमता 38 लाख वाइल प्रति महीने से बढ़ाकर 1.03 करोड़ वाइल प्रति महीने कर दी गई है। पिछले सात दिनों यानी 21 से 28 अप्रैल, 2021 के बीच दवा कंपनियों ने देशभर में कुल 13.73 लाख वाइल की सप्लाई की है। 11 अप्रैल को 67,900 वाइल की रोजाना सप्लाई से बढ़कर 28 अप्रैल, 2021 को 2.09 लाख वाइल हो चुकी है। गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को रेमडेसिविर की आसानी से आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए एडवाइजरी भी जारी की गई थी।'
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भारत को दूसरे देशों से मिल रही है आपात सहायता
बता दें कि इससे पहले मोदी सरकार देश में रेमडेसिविर की उपलब्धता बढ़ाने के लिए इसके निर्यात पर रोक लगा चुकी है और सभी प्रमुख कंपनियों की खुदरा कीमतें 3,500 रुपये प्रति वाइल से कम होना सुनिश्चित कर दी है। यही नहीं सरकार ने 31 अक्टूबर तक इसपर और इसे बनाने में इस्तेमाल होने वाली चीजों पर आयात शुल्क भी खत्म कर दिया है। इस बीच विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने गुरुवार को कहा था कि 40 से भी ज्यादा देशों ने जरूरी मेडिकल सामानों, खासकर ऑक्सीजन सप्लाई भेजने को लेकर प्रतिबद्धता जताई है। अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, यूएई, कतर, ऑस्ट्रेलिया और बाकी देशों से करीब 550 ऑक्सीजन-जेनरेटिंग प्लांट, 4,000 से ज्यादा ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स, 10,000 ऑक्सीजन सिलेंडर के अलावा 17 क्रायोजेनिक टैंकर भेजे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके इलावा कोविड के इलाज वाली दवा और वैक्सीन निर्माण में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल में भी भेजे गए हैं। शुक्रवार को अमेरिका से पहली आपात सहायता सुपर ग्लैक्सी मिलिट्री ट्रांसपोर्टर से 400 से ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर, अस्पतालों में इस्तेमाल लायक उपकरण और करीब 10 लाख रैपिड कोरोना वायरस टेस्ट की किट लेकर विमान दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा है।