भारत में जहां ATM के जनक का हुआ जन्म, उस अस्पताल में अब लगाई गई पहली एटीएम मशीन
नई दिल्ली, 10 अगस्त। क्या आप जानते हैं दुनियाभर में इस्तेमाल किए जाने वाले एटीएम के आविष्कारक का जन्म भारत में हुआ था। जी हां, एटीएम के इन्वेंटर जॉन एड्रियन शेफर्ड-बैरोन एक स्कॉटिश नागरिक थे लेकिन उनका जन्म भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य मेघालय की राजधानी शिलांग के एक अस्पातल में 23 जून, 1925 को हुआ था। आपको जानकर जरूर झटका लगेगा कि जिस अस्पताल में जॉन एड्रियन का जन्म हुआ था, वहां अब इतने वर्षों बाद स्वचालित टेलर मशीन यानी एटीएम लगाया गया है।
अस्पताल को पूरे होने वाले हैं 100 साल
जिस अस्पताल को इतने महान वैज्ञानिक के जन्म का गवाह होने के तौर पर राष्ट्रीय धरोहर के रूप में संजोया जाना था, वहां वैश्विक स्तर पर इस तरह के कैश डिस्पेंसर की पहली स्थापना के 53 साल बाद एटीएम लगाया गया है। अस्पताल में एटीएम लगाए जाने की जानकारी स्वास्थ्य सुविधा के एक अधिकारी ने मंगलवार को दी। उन्होंने कहा कि एटीएम डॉ एच गार्डन रॉबर्ट्स अस्पताल में लगाया गया था, जो अगले साल 100 साल का हो जाएगा।
एटीएम के जनक का हुआ था जन्म
सदियों पुराना ये डॉ एच गार्डन रॉबर्ट्स अस्पताल की स्थापना अंग्रेजी हुकूमत में सन् 1922 में की गई थी। इस अस्पताल ने कई ऐतिहासिक मौके देखे हैं, यहीं पर साल 1925 में एटीएम के जनक जॉन एड्रियन शेफर्ड-बैरोन का जन्म हुआ था। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ रोकेन नोंग्रुम ने बताया कि अगले साल अस्पताल को 100 साल पूरे हो रहे हैं, इस मौके पर परिसर में एक एटीएम लगाए जाने के लिए भारतीय स्टेट बैंक को एक खत लिखा गया था।
7 अगस्त को अस्पताल में लगाया गया पहला एटीएम
रोकेन नोंग्रुम ने आगे कहा, एसबीआई ने हमारी अपील को स्वीकार करते हुए 7 अगस्त को यहां एक एटीएम की स्थापना की। अस्पताल परिसर में एटीएम लगने से मरीजों के परिवार वालों और कर्मचारियों को काफी फायदा पहुंचा है। हमारे अनुरोध पर विचार करने और एटीएम लगाने के लिए हम बैंक अधिकारियों को आभारी हैं। एटीएम की स्थापना इस वजह से भी खास है क्योंकि 96 साल पहले इसी अस्पताल में एटीएम के आविष्कारक का जन्म हुआ था।
कैसे हुआ एटीएम का आविष्कार
साल 1965 में एटीएम के स्कॉटिश आविष्कारक जॉन शेफर्ड बैरॉन पैसों को जरूरत थी। वो बैंक पहुंचे लेकिन 1 मिनट की देरी की वजह से कैश काउंटर बंद हो चुका था। जॉन को बैंक से खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। इसके बाद उनके दिमाग में आया कि जब एक मशीन से चॉकलेट निकल सकता है तो 24 घंटे पैसे क्यों नहीं निकल सकते। इसके बाद उन्होंने एटीएम का आविष्कार किया। जॉन शेफर्ड बैरॉन की साल 2010 में 84 वर्ष में निधन हो गया था।
यह भी पढ़ें: ATM तोड़ने के चक्कर में चोर को पड़े लेने के देने, ऐसा फंसा कि बुलानी पड़ी पुलिस, वीडियो वायरल