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सावधान: बिना लक्षण वाले मरीज से भी है कोरोना फैलने का उतना ही खतरा, शोध में हुआ खुलासा

बिना लक्षण वाले मरीज से भी है कोरोना फैलने का खतरा, शोध में हुआ खुलासा

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नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच हर दिन वैज्ञानिक नए खुलासे कर रहे हैं। अभी तक बिना लक्षण वाले भी कोरोना मरीज भारी संख्‍या में पाए जा रहे हैं। इन मरीजों के लिए कोरोना और भी घातक हैं। अभी तक विश्व स्वास्थ्य संगठन का दावा था कि बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों से वायरस फैलने का खतरा बेहद कम है। लेकिन हाल ही में एक शोध में वैज्ञानिकों ने ये खुलासा किया है कि कोरोना मरीज जिनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं उनसे भी कोरोना का फैलने का उतना ही खतरा होता है जितना की लक्षण वाले मरीजों से।

शोध में हुआ में हुआ ये खुलासा

शोध में हुआ में हुआ ये खुलासा

मेडिकल जरनल JAMA इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित एक दक्षिण कोरियाई अध्ययन में पाया गया है कि कोविद -19 के बिना लक्षण वाले मरीज भी लक्षण वाले मरीजों के समान कोरोना फैलाते हैं। जैसे लक्षणों वाले मरीजों के संपर्क में आने से कोरोना का संक्रमण फैलता है। विशेषज्ञों ने 6 मार्च से 26 मार्च के बीच 300 से अधिक रोगियों से लिए गए स्वैब का विश्लेषण किया। कुल 193 मरीज जिनमें लक्षण दिखे जबकि 110 में कोई लक्षण नहीं दिखे। अध्ययन से पता चलता है कि बिना लक्षणों वाले लोग जो कोरोनोवायरस से संक्रमित हैं, वे अपने नाक, गले और फेफड़ों में रोगज़नक़ों के समान स्तर को लक्षणों के साथ ले जाते हैं।

बिना लक्षणों वाले मरीजों को भी अलग रखने की दी गई सलाह

बिना लक्षणों वाले मरीजों को भी अलग रखने की दी गई सलाह

अध्ययन दक्षिण कोरिया में सूनचुन्यांग यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं की एक टीम द्वारा किया गया था। विशेषज्ञों के अनुसार, यह पाया गया कि संक्रमण वाले कई व्यक्ति लंबे समय तक लक्षण मुक्‍त रहें। इस अध्ययन में सभी संक्रमित व्यक्तियों को संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लक्षणों की परवाह किए पृथक किए जाने किए जाने की सलाह दी गई है।

एसिम्प्टोमैटिक मरीज और सिम्प्टोमैटिक में अंतर

एसिम्प्टोमैटिक मरीज और सिम्प्टोमैटिक में अंतर

बता दें ऐसे मरीजों को एसिम्प्टोमैटिक कहां जाता है इनमें किसी तरह के लक्षण नहीं होते लेकिन वो कोरोना पॉजिटिव होते हैं और संक्रमण फैला सकते हैं। प्री सिस्म्प्टोमैटिक वायरस के संक्रमण फैलाने और लक्षण दिखने के बीच भी कोरोना का संक्रमण फैल सकता है। इसकी समय सीमा 14 दिन की होती है, जो इस वायरस का इंक्यूबेशन पीरियड भी है। इनमें सीधे तौर पर कोरोना के लक्षण नहीं दिखते, लेकिन हल्का बुखार, बदन दर्द जैसे लक्षण शुरुआती दिनों में दिखते हैं। वहीं सिम्प्टोमैटिक वो है इनमें कोरोना के लक्षण देखने को मिले और फिर उन्होंने दूसरों को इसे फैलाया। ये लोग लक्षण दिखने के पहले तीन दिन में लोगों को कोरोना फैला सकते हैं।

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English summary
finds asymptomatic Covid-19 patients spread virus similar to symptomatic ones
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