Farmers Protest: संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से संसद मार्च का ऐलान, ये है पूरा प्लान
नई दिल्ली: केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों का प्रदर्शन पिछले 4 महीनों के ज्यादा वक्त से जारी है। दिल्ली सहित कई राज्यों में किसानों का धरना प्रदर्शन चल रहा है। दिल्ली की टिकरी, गाजीपुर और सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलनरत हैं। किसान तीनों कानून को रद्द करने और एमएसपी पर कानून बनाने की मांग पर अड़े हुए हैं। इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने मई में संसद तक पैदल मार्च निकालने की बड़ी घोषणा की है। हालांकि किसान संगठन ने संसद मार्च की तारीख के बारे में जानकारी नहीं दी है।

संयुक्त किसान मोर्चा ने मई में संसद मार्च की घोषणा की है। किसान मार्चा के मुताबिक इस मार्च में किसानों और मजदूरों के अलावा, महिलाएं, दलित-आदिवासी-बहुजन, बेरोजगार युवा और समाज का हर वर्ग मार्च का हिस्सा होगा। यह कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा। किसान मोर्चा के अनुसार मार्च में शामिल होने वाले लोग अपने वाहनों में गांव से दिल्ली की सीमाओं तक आएंगे। इसके बाद दिल्ली की सीमाओं से एक पैदल मार्च किया जाएगा। आने वाले दिनों में संसद मार्च की तय तारीख की घोषणा की जाएगी।
वहीं इसके अलावा किसान नेताओं ने 10 अप्रैल को 24 घंटे के लिए कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे को जाम करने का ऐलान किया है। इस दौरान संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि 10 अप्रैल को सुबह 11 बजे से एक्सप्रेसवे को 24 घंटे तक जाम कर दिया जाएगा। वहीं किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिवार को 6 मई को सम्मानित किया जाएगा। वहीं इससे पहले किसानों ने आंदोलन को चार महीने पूरे होने पर 26 मार्च को 12 घंटे के लिए भारत बंद बुलाया था।