निर्वाचन आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए जारी की अधिसूचना, 6 अगस्त को होगा मतदान
भारत निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी की है। भारत के अगले उपराष्ट्रपति पद के लिए 6 अगस्त को चुनाव होंगे।
नई दिल्ली, 05 जुलाई : भारत निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी की है। भारत के अगले उपराष्ट्रपति पद के लिए 6 अगस्त को चुनाव होंगे। इसके लिए इलेक्शन कमीशन ने नोटिफिकेशन जारी की है। चुनाव के बाद उसी दिन मतगणना की जाएगी। चुनाव आयोग ने बताया उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 19 जुलाई है।
अमरिंदर सिंह हो सकते हैं उम्मीदवार
वहीं कयास लगाए जा रहे हैं कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह एनडीए का उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हो सकते हैं। सूत्रों के अनुसार कैप्टन अमरिंदर सिंह के नाम पर चर्चा चल रही है। भाजपा के नेता ने बताया कि उपराष्ट्रपति पद के लिए कई नामों पर चर्चा चल रही है, जिसमे कैप्टन अमरिंदर सिंह का नाम सबसे आगे है।
नकवी पर भी लग सकती है मोहर
कैप्टन के अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के नाम पर भी चर्चा चल रही है। भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व और संसदीय बोर्ड ही अंतिम मुहर लगाएगा।
आधिकारिक पुष्टि का इंतजार
बता
दें
कि
कैप्टन
अमरिंदर
सिंह
ऑपरेशन
के
लिए
फिलहाल
लंदन
में
हैं।
हालांकि
उनके
एक
करीबी
का
कहना
है
कि
इस
बाबत
अभी
कोई
पुष्टि
नहीं
हुई
है
ना
ही
उन्हें
इस
तरह
का
ऐसा
कोई
प्रस्ताव
मिला
है
कि
उन्हें
राष्ट्रपति
पद
का
उम्मीदवार
बनाया
जा
रहा
है।
इसके
अलावा
इस
बात
की
भी
चर्चा
हो
रही
है
कि
उपराष्ट्रपति
वेंकैया
नायडू
को
भी
दूसरा
कार्यकाल
दिया
जा
सकता
है।
लेकिन
अभी
तक
इन
बातों
की
आधिकारिक
पुष्टि
नहीं
हो
सकी
है।
बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था चुनाव
गौर करने वाली बात है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़ पंजाब लोक कांग्रेस का गठन किया था, उन्हें पंजाब के मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया था। जिसके बाद उन्होंने हाल ही में भाजपा के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था।
एनडीए उम्मीदवार को जीत तय
एनडीए उम्मीदवार को ही उपराष्ट्रपति चुनाव में जीत मिलेगी, क्योंकि लोकसभा में भाजपा के प्रचंड बहुमत है, जबकि राज्यसभा में पार्टी सबसे बड़ी पार्टी है और उसके पास 90 सांसद हैं। पिछले चुनाव की बात करें तो 2017 में विपक्ष ने गोपालकृष्ण गांधी को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वह चुनाव हार गए थे, उन्हें सिर्फ 244 वोट मिले थे, जबकि वेंकैया नायडू को 516 वोट मिले थे।