ED ने सूरत की एक डिफॉल्टर कंपनी की 375 करोड़ की संपत्ति की जब्त
सूरत। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बैंक धोखाधड़ी के मामले में शुक्रवार को सूरत की एक कंपनी नाकोडा लिमिडेट की 375 करोड़ रुपए की संपत्ति को जब्त किया है। केंद्रीय एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ईडी ने सीबीआई द्वारा दायर एफआईआर और चार्जशीट के आधार पर नाकोडा लिमिटेड और उसके प्रमोटरों के खिलाफ मामला दर्ज किया। उन्होंने कहा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक बाबूलाल जैन और उनके बेटे देवेंद्र जैन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जो कंपनी के एक संयुक्त प्रबंध निदेशक हैं।
नाकोडा लिमिटेड आरोप है कि उसने कैनरा बैंक के कंसोर्टियम के13 बैंकों से 2,107 करोड़ रुपये का लोन लिया था। जिस वह चुकाने में असफल रही। अधिकारी ने बताया कि , जांच में खुलासा हुआ कि बाबूलाल और उनके बेटे देवेंद्र जैन ने फर्जी बिक्री और फेंसी कपड़ों की खरीद का अपराधिक साजिश रची थी।
इन फर्जी चालानों के आधार पर, नाकोडा लिमिटेड ने कथित तौर पर बैंकों से 816 लैटर ऑफ क्रेडिट हासिल किए। एलसी के माध्यम से उधार लिया गया धन विभिन्न ऋणों के पुनर्भुगतान के लिए और संयंत्र और कारखाने को चलाने के लिए उपयोग किया गया था। आधिकारिक ने बताया कि, इस लोन का इस्तेमाल उन उद्देश्यों के लिए किया गया, जिनके लिए उन्हें स्वीकृति नहीं दी गई थी। ईडी ने जिन संपत्तियों को जब्त किया है उसमें कंपनी का सूरत स्थित संयंत्र, एक इमारत और प्लॉट शामिल है