दिल्ली में कब हटेगा धूल का गुबार, तब तक क्या करें और क्या ना करें
नई दिल्ली। एक बार फिर से देश की राजधानी दिल्ली बुरी तरह से वायु प्रदूषण की चपेट में हैं, धूल का आलम ये है कि यहां की सुबह भी रात में बदल गई है। बुधवार को नोएडा में पीएम 10 का स्तर 1135 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पहुंच गया, जो कि स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिन तक इसी तरह के हालत दिल्ली-एनसीआर में बने रहेंगे तो वहीं दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी ने कहा है पिछले 24 घंटे में दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का लेवल कई गुना बढ़ा है।
क्या है वजह
दिल्ली-एनसीआर का मौसम खराब होने की वजह ईरान और दक्षिण अफगानिस्तान की तरफ से आ रही धूल भरी हवाएं हैं, जो 20 हजार फीट की ऊंचाई से राजस्थान से होते हुए दिल्ली में दस्तक दे रही हैं, इससे वातावरण में धूल छा गई है। धूल के कणों ने पहले से ही प्रदूषित दिल्ली की हवा को और जहरीली बना दिया है।
एयर क्वालिटी इंडेक्स
विभाग के मुताबिक आज दिल्ली की एयरक्वनालिटी इंडेक्स 999 है, जिसके मुताबिक यहां अत्यधिक प्रदूषण है।
- 50 के नीचे हो तो अच्छा
- 51-100 के बीच संतोषजनक
- 101 से 200 के बीच ठीक-ठाक
- 201 से 300 के बीच ख़राब
- 300 से 400 के बीच बहुत ख़राब
- 400 से 500 के बीच काफ़ी ख़राब मानी जाती है
- आप जब भी घर से बाहर निकलें तो हमेशा मॉस्क लगाकर ही निकलें।
- घरों मं नंगे पांव ही चलें,ऐसा करने से आपका शरीर नुकसान ना करने वाले बैक्टीरिया के संपर्क में आएगा और आपकी रोधक क्षमता को बढाएगा।
- अपने शरीर की नाभी में सरसों का तेल लगाएं इससे भी रोधक क्षमता बढ़ती है।
- अपने खाने में हल्दी का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें।
- सुबह और रात में सैर को ना निकलें क्योंकि इस समय प्रदूषित हवा का असर ज्यादा होता है।
- नीम के दातुन का प्रयोग करें ज्यादा से ज्यादा।
- खाने में हरी सब्जियों का प्रयोग करें जो कि आपको अंदर से स्वस्थ रखेगी।
- घर में हरे पौधे लगाएं जिससे आपके घरों की हवा शुद्ध और स्वस्छ हो।
आप दिल्ली की हवा का अनुमान इस पैमाने से लगा सकते हैं।
कब मिलेगी राहत
मौसम विभाग ने कहा दिल्ली को इन जानलेवा धूल से राहत 16 जून से मिल सकती है क्योंकि 16 जून से यहां मानसून दस्तक दे सकता है।
दिल्ली की एयर क्वॉलिटी खराब
बड़ी मात्रा में धूल, ह्यूमिडिटी ज्यादा होने और हवा का बहाव बेहद कम होने के कारण दिल्ली की एयर क्वॉलिटी खराब हो गई है, इससे अस्थमा और हार्ट के रोगियों की तकलीफ बढ़ सकती है। प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने सभी को मॉस्क पहनने की हिदायत दी है और साथ ही कुछ सावधानियां बरतनें को कहा है।
क्या करें और क्या ना करें
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