पड़ोसियों ने अर्थी ले जाने से किया इनकार, शव को कंधा देने पहुंची दिल्ली पुलिस
नई दिल्ली। देशभर लॉकडाउन के चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दक्षिण पूर्वी दिल्ली की जैतपुर इलाके में एक महिला की रविवार को मौत हो गई। पत्नी की मौत के बाद परेशान पति की मदद के लिए कोई पड़ोसी सामने नहीं आया। ऐसे में दिल्ली पुलिस पीड़ित परिवार के लिए मददगार बनकर सामने आई।
Recommended Video
श्मशान ले जाने के लिए कोई भी सामने नहीं आया
दिल्ली की लखपत कॉलोनी निवासी जसपाल सिंह की पत्नी सुधा कश्यप (62) की रविवार को मौत हो गई। उनकी पत्नी सुधा कश्यप नवंबर 2019 से बीमार थीं। रविवार को रात को खाना खाकर सोई थीं लेकिन सुबह वह मृत मिलीं। जसपास जब अपनी पत्नी को अस्पताल लेकर गए तो वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कोरोना के डर से मृतक को श्मशान ले जाने के लिए कोई भी सामने नहीं आया।
पीड़ित ने पुलिस से किया आग्रह
इसके बाद मजबूर जसपाल ने पुलिस से मदद लेने का फैसला किया। उन्होंने पुलिस से आग्रह किया कि वह खुद से अपनी पत्नी के अंतिम संस्कार का इंतजाम करने में असमर्थ हूं। इसीलिए, पुलिस की मदद चाहता हूं। पुलिस उनकी परेशानी की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची। जैतपुर थाना के एसएचओ, इंस्पेक्टर और कई कांस्टेबल बुजुर्ग महिला की अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
जसपाल मूल रूप से अमृतसर के रहने वाले हैं
टाइम्स नाउ के खबर के मुताबिक, कांस्टेबल सुनील ने बताया, 'सुबह हमारे पास एक फोन आया। हमने सुना कि पड़ोसी शव को श्मशान घाट तक ले जाने के इच्छुक नहीं हैं। तो हम अपने तरीके से जुटे। हमने श्मशान में अधिकारियों से बात की। हमने पंडित को सूचना दी। जसपाल सिंह और उनके बेटे के साथ हम तीनों ने अंतिम संस्कार किया। जसपाल सिंह ने बताया कि वह दिल्ली की लखपत कॉलोनी में अपनी पत्नी और 26 वर्षीय मानसिक तौर पर बीमार बेटे के साथ रहते थे। मूल रूप से वह अमृतसर के रहने वाले हैं।
लॉकडाउन-4: केजरीवाल ने जारी की गाइडलाइन, जानें- दिल्ली में कल से क्या खुलेगा, क्या रहेगा बंद