सुरक्षा बलों के लिए 'शहीद' शब्द के इस्तेमाल की याचिका पर तुरंत सुनवाई से दिल्ली हाईकोर्ट का इनकार
नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट ने सुरक्षा बलों की मौत को मीडिया की ओर से हत्या के बजाय शहीद कहने के लिए जरूरी दिशा निर्देश जारी करने की मांग वाली याचिका पर तुरंत सुनवाई करने से इनकार कर दिया है। शुक्रवार दोपहर वकील अभिषेक चौधरी ने इस चीफ जस्टिस राजेंद्र मेनन की अध्यक्षता वाली बेंच के समक्ष सुनवाई के लिए याचिका लगाई तो ने कहा कि इस मामले पर तत्काल सुनवाई नहीं की जा सकती है। इसमें कोई तात्कालिकात नहीं दिखाई देती है।
अभिषेक चौधरी की याचिका को तत्काल सुनवाई से सूचीबद्ध करने से इनकार करते हुए चीफ जस्टिस ने कहा कि पहले से दोपहर 2.30 बजे हैं और चाहते हैं कि सुनवाई के लिए हम किसी जज पर बोझ डालें। अदालत ने कहा कि यह जमानत की मांग करने वाली याचिका नहीं है। किसी की स्वतंत्रता दांव पर नहीं लगी है। इसलिए याचिका पर तत्काल सुनवाई की कोई जरूरत नहीं है। इसे सोमवार को सामान्य तरीके से सूचीबद्ध किया जाएगा। इसके अलावा अदालत ने कहा कि हमें आपको यह सब बताने की जरूरत नहीं है।
पुलवामा
आतंकी
हमले
में
सीआरपीएफ
के
40
जवान
शहीद
गुरुवार
को
जम्मू-कश्मीर
के
पुलवामा
में
हुए
आतंकी
हमले
में
सीआरपीएफ
के
40
जवान
शहीद
हो
गए
हैं।
आतंकियों
ने
इस
आत्मघाती
हमले
को
उस
समय
अंजाम
दिया
जब
सीआरपीएफ
का
काफिल
अवंतीपुरा
हाइवे
से
गुजर
रहा
था।
तभी
घात
लगाए
आंतकी
ने
कार
में
भरी
आईईडी
के
साथ
हमला
कर
दिया।
आतंकी
ने
सबसे
पहले
सीआरपीएफ
बस
को
टक्कर
मारी
और
फिर
विस्फोट
हो
गया।
विस्फोट
इतना
तगड़ा
था
कि
जवानों
से
भरी
सीआरपीएफ
की
बस
हमले
की
चपेट
में
आ
गई।
इस
हमले
की
जिम्मेदारी
पाकिस्तानी
आतंकी
संगठन
जैश
ए
मोहम्मद
ने
ली
है।
घटना
के
कुछ
देर
पर
इस
आतंकी
संगठन
ने
एक
वीडियो
भी
जारी
करते
हुए
हमले
की
जिम्मेदारी
ली
है।
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