कांग्रेस को बड़ा झटका, अब इस दिग्गज नेता ने की पद छोड़ने की पेशकश
लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस में नेतृत्व का संकट लगातार गहराया हुआ है।
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस में नेतृत्व का संकट लगातार गहराया हुआ है। अब पार्टी को एक बड़ा झटका देते हुए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको ने सोनिया गांधी से कहा है कि उन्हें उनके पद से मुक्त किया जाए। पीसी चाको ने अपना पद छोड़ने की यह पेशकश ऐसे समय में की है, जब दिल्ली विधानसभा चुनावों में महज 6 महीने का समय बचा है। गौरतलब है कि सोनिया गांधी ने दो दिन पहले ही दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद को लेकर पीसी चाको और राज्य के सभी जिला अध्यक्षों के साथ बैठक की थी। पूर्व सीएम शीला दीक्षित के निधन के बाद से दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद खाली है।
'दिल्ली से ही होगा दिल्ली का कांग्रेस अध्यक्ष'
इस बैठक के बाद पीसी चाको ने मीडिया में चल रही उन खबरों को खारिज किया था कि दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और शत्रुघ्न सिन्हा में से कोई एक हो सकता है। चाको ने कहा कि इस तरह की खबरों का कोई आधार नहीं है और ये केवल अनुमान हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस का अगला अध्यक्ष दिल्ली से ही होगा। आपको बता दें कि कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद सोनिया गांधी ने इस महीने की शुरुआत में ही दिल्ली कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात की थी। दिल्ली कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि शीर्ष नेतृत्व के लिए शीला दीक्षित का विकल्प तलाशना एक बड़ी चुनौती है, जिन्होंने अपनी उम्र के बावजूद लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन को बेहतर किया।
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शीला दीक्षित का विकल्प खोजना बड़ी चुनौती
आपको बता दें कि अपनी दिग्गज नेता और संगठन की मजबूत कड़ी शीला दीक्षित को खोने के बाद कांग्रेस के सामने दिल्ली में नेतृत्व का संकट बना हुआ है। शीला दीक्षित 81 साल की उम्र के बावजूद पूरी ऊर्जा के साथ दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष का कार्यभार संभाल रहीं थीं। अजय माकन के इस्तीफा देने के बाद संगठन को एकजुट करने की जिम्मेदारी शीला दीक्षित को सौंपी गई थी और उन्होंने इस जिम्मेदार को बखूबी निभाया। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं, जिसमें शीला दीक्षित ने अपनी पार्टी को नंबर तीन की पॉजिशन से नंबर दो पर लाकर खड़ा कर दिया। ऐसे में अब सवाल उठता है कि शीला दीक्षित के जाने के बाद दिल्ली प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष किसे बनाया जाएगा। फिलहाल कांग्रेस नेताओं के बीच इन 7 नामों को लेकर चर्चा तेज है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 7 नाम चर्चा में
दिल्ली में कुछ ही महीनों बाद 2020 में विधानसभा के चुनाव होने हैं। पार्टी एक ऐसे नेता को दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष बनाना चाहती है, जो संगठन को मजबूत और एकजुट करने के साथ-साथ विधानसभा चुनाव के लिए भी कार्यकर्ताओं में जोश भर सके। इस कड़ी में सबसे पहला नाम अरविंदर सिंह लवली का है। लवली पहले भी प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाल चुके हैं और कार्यकर्ताओं के बीच उनकी मजबूत पकड़ भी है। अरविंदर सिंह लवली के बाद जो नाम चर्चा में हैं उनमें अजय माकन, जेपी अग्रवाल, डॉ, अशोक वालिया, राजकुमार चौहान, राकेश लिलोठिया और हारून यूसुफ के नाम आगे बताए जा रहे हैं।
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