तीन तलाक पर फैसले के बाद भाजपा के मिशन 360+ को ऐसे मिलेगा फायदा!
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट की 5 सदस्यों वाली संवैधानिक पीठ में 3-2 के बहुमत से तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिए जाने के बाद राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों में इसका फायदा भारतीय जनता पार्टी को होगा। ऐसी चर्चाएं इसलिए भी हो रही हैं क्योंकि बीते मार्च में संपन्न में हुए 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार पार्टी के प्रचार के दौरान तीन तलाक का जिक्र किया। खुद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी कई मंचों से तीन तलाक का जिक्र किया है।
भुवनेश्वर में मोदी ने कहा था
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने भुवनेश्वर में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कहा था कि मुस्लिम बहनों को तीन तलाक की वजह से काफी मुसीबात का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा था कि इस मुद्दे पर भाजपा का रुख बिल्कुल साफ है।
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कांग्रेस ने कहा...
तीन तलाक पर संवैधानिक पीठ का फैसला आने के बाद कांग्रेस ने कहा था कि दोहरी नीति पर चल रही है क्योंकि यदि वो मुस्लिम महिलाओं के हितों को लेकर इतनी चिंतित थी तो उसे अदालत के फैसले का इंतजार किए बिना ही तीन तलाक को बैन करने के लिए कानून बनाना चाहिए था। इन सब के बावजूद इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को अदालत के इस फैसले से लाभ नहीं होगा।
360 सीटों+ का लक्ष्य
बता दें कि भाजपा ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में 360 सीटों का लक्ष्य रखा है। उस पर भाजपा ने अभी से काम करना शुरू भी कर दिया है। खुद अमित शाह हर दिन किसी ना किसी राज्य के दौरे पर होते हैं। उनका ध्यान उन राज्यों और सीटों पर ज्यादा है, जहां साल 2014 के चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में यह फैसला काफी अहम माना जा रहा है।
आधी आबादी और युवाओं का समर्थन मिलने की संभावना
इस फैसले से भाजपा को मुस्लिमों की आधी आबादी और युवाओं का समर्थन मिलने की संभावना है। गौरतलब है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले 15 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। ये 15 राज्य मेघालय, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, गुजरात, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना,राजस्थान,आंध्र प्रदेश, मिजोरम, सिक्किम, और नागालैंड हैं। इन राज्यों की कुल 1,747 सीटों में से 166 सीटें ऐसी हैं, जो मुस्लिम बहुल है जिन पर 74.5 फीसदी मुस्लिम आबादी रहती है।
इन सीटों पर मिल सकता है लाभ
वहीं देश भर में 543 लोकसभा सीटों में से 35 ऐसी लोकसभा सीटें हैं जहां मुस्लिम आबादी 30 फीसदी से ज्यादा है। वहीं 30 ऐसी सीटें जहां मुस्लिम आबादी बाकी सीटों के मुकाबले ज्यादा है। इसमें उत्तर प्रदेश से 8, बिहार से 3, पश्चिम बंगाल से 9, असम से 4, आंध्र प्रदेश से 1, केरल से 4, लक्षद्वीप से 1 और जम्मू और कश्मीर से 5 सीट शामिल है। वहीं 145 सीटों पर 11-20 फीसदी मुस्लिम आबादी रहती है।
210 सीटों पर भाजपा को लाभ!
आंकड़ों पर गौर करें तो पश्चिम बंगाल एक ऐसा राज्य है जहां सबसे ज्यादा 9 सीटें हैं जिस पर 30 फीसदी से ज्यादा की मुस्लिम आबादी निवास करती है। ऐसे में 210 सीटों पर भाजपा को लाभ हो सकता है। माना जा रहा है कि आने वाले चुनावों में भाजपा को तीन तलाक पर आए फैसले का लाभ मिल सकता है।
यूपी में भी मिला था लाभ
गौरतलब है कि मार्च में संपन्न हुए उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में 124 मुस्लिम बहुल सीटों में से 99 जीती थीं। यूपी में जिन सीटों पर मुस्लिम आबादी 40 से 50 फीसदी तक थी उनमें से 37 सीटों में से भाजपा को 24 मिली थीं। वहीं 5 सीटें जिन पर मुस्लिम आबादी 50 फीसदी से ज्यादा थी उनमें से 2 सीटें भाजपा को मिली थी।