दिल्ली में COVID-19 केस में हुई तेजी से वृद्धि, क्या ये कोरोना की दूसरी लहर हैं?
दिल्ली में COVID-19 केस में हुई तेजी से वृद्धि, क्या ये कोरोना की दूसरी लहर हैं?
नई दिल्ली। कोरोनावायरस महामारी दिन प्रतिदिन भयावह रुप धारण करती जा रही हैं। देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर हर दिन अत्यधिक संख्या में कोरोना के नए केस दर्ज हो रहे हैं। यहां कोविड 19 मामलों में एक बार फिर तेजी से वृद्धि हो रही हैं ऐसे में सवाल उठ रहा है कि ये कोरोन की दूसरी लहर है। जानिए इस बारे में क्या कहते हैं स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र सिंह....
दिल्ली में क्या ये कोरोना की दूसरी लहर है
गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र सिंह ने कहा कि कोरोना के बढ़ते केसों की संख्या के बारे में तनाव नहीं लेना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि क्या दिल्ली कोरोनोवायरस संक्रमण की दूसरी लहर की ओर बढ़ रही है, जैन ने कहा, "आप यह नहीं कह सकते कि यह दूसरी लहर है। हम इसे दूसरी लहर तब कह सकते थे जब दो महीने तक कोई सकारात्मक मामले नहीं होते और फिर अचानक से मामले सामने आते।" उन्होंने कहा कि वायरस अभी भी दिल्ली में है और टेस्ट की संख्या बढ़ायी गईं हैं इसलिए इतनी अधिक संख्या में नए केस सामने आए हैं।
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दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री बोले, कोरोना के बढ़ते नंबरों का ना लें तनाव
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार COVID-19 के टेस्ट बढ़ा रही और दिल्ली सरकार चाहती है कि शहर में कोई सकारात्मक मामला न हो। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को बताया कि दिल्ली में 2,509 ताजा मामले दर्ज किए गए हैं। पिछले दो माह में पहली बार एक दिन इतनी अधिक संख्या में नए केस सामने आएं हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को "कोरोना के बढ़ते नंबरों के बारे में तनाव नहीं लेना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कुछ समय के अंतराल के बाद, दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में COVID-19 मामलों की संख्या में वृद्धि देखी गई है।
हम चाहते हैं कि एक भी सकारात्मक मामला न हो।
मंत्री ने कहा कि कोरोना टेस्ट पर हम जोर दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार को 30,000 के आसपास टेस्ट हुए और आज परीक्षणों की संख्या लगभग 35,000 पहुंच गई है। हम चाहते हैं कि एक भी सकारात्मक मामला न हो। पिछले हफ्ते, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की थी कि उनकी सरकार 20,000 से 40,000 तक COVID-19 परीक्षणों को दोगुना करेगी। बुधवार को, कुल 28,835 परीक्षण किए गए, मार्च के बाद से अब तक ये अधिकतम टेस्ट है।
क्या दिल्ली के निजी अस्पतालों में आईसीयू बेड की है कमी ?
दिल्ली के कुछ निजी अस्पतालों में आईसीयू बेड की कमी से जूझ रहे जैन ने कहा कि शहर में कोरोना 19 के लिए आवंटित 14,000 बेड में से 70 प्रतिशत से अधिक खाली हैं। उन्होंने कहा, "हमने पांच से छह अस्पतालों से पूछा और पाया कि 70 से 80 फीसदी मरीज दिल्ली से बाहर के हैं। कुछ अस्पतालों में समस्या हो सकती है लेकिन बेड की कोई कमी नहीं है।"
दिल्ली मेट्रो में यात्रा संबंधी प्रोटोकॉल तैयार कर रही प्रदेश सरकार
जैन ने यह भी कहा कि सरकार दिल्ली मेट्रो में यात्रा करने के लिए प्रोटोकॉल तैयार कर रही है, जो पांच महीने के अंतराल के बाद 7 सितंबर से शुरू होगी। "एक ट्रायल भी किया जाएगा ताकिनिश्चित किया जा सके कि लोग मास्क पहनें, अपने हाथों को साफ करें, सामाजिक दूरी के मानदंडों और कोरोना से बचने से संबंधित सभी उपायों का पालन करें।
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