दो दशक बाद पूर्व रेल मंत्री के हत्यारों को आज मिल सकती है सजा
नई दिल्ली। पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र के हत्यारों को 39 साल बाद सजा मिल सकती है। 1975 में तत्कालीन रेलमंत्री मिश्र की बिहार में हत्या हो गई थी। जिला अदालत के न्यायधीश विनोद गोयल ने दलीलें सुनने के बाद फैसले के लिए दस नवम्बर की तारीख तय की थी।
ललित नारायण मिश्र 1975 के दौरान रेल मंत्री थे। उनकी हत्या के आरोपियों को अभी तक सलाखों के पीछे नहीं पहुंचाया जा सका है। बिहार के समस्तीपुर रेलवे स्टेशन पर दो जनवरी 1975 को एक समारोह के दौरान बम विस्फोट हुआ था। जिसमें तत्कालीन रेल मंत्री गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। अगले दिन उनकी मौत हो गई थी।
इनका नाम आया था आरोपियों मेें
इस हत्याकांड में आनंद मार्ग समूह के चार सदस्यों के साथ ही उस वक्त 24 साल के रहे वकील रंजन द्विवेदी का भी आरोपी के रूप में नाम सामने आया था। रंजन के अलावा इस मामले में संतोषानंद अवधूत, सुदेवानंद अवधूत और गोपालजी अभियुक्त हैं। एक अभियुक्त की मुकदमे की सुनवाई के दौरान ही मृत्यु हो गई थी।