पीएम मोदी का आग्रह, गरीबों, अपने यहां काम करने वालों के प्रति बड़ा दिल दिखाएं, उनका वेतन ना काटें
नई दिल्ली। देश में जानलेवा कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने उन्हें जागरूक करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान अपील की कि संकट के इस समय में मेरा देश के व्यापारी जगत, उच्च आय वर्ग से भी आग्रह है कि अगर संभव है तो आप जिन-जिन लोगों से सेवाएं लेते हैं, उनके आर्थिक हितों का ध्यान रखें। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के डॉक्टर, पुलिस, सरकारी कर्मचारी, मीडिया के लोग, ऑटो-टैक्सी चालक, खाना डिलीवरी करने वाले लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर आपतक सेवाएं पहुंचा रहे हैं। यह सेवाएं इस समय में निश्चत रूप से सामान्य नहीं है। इन लोगों को संक्रमित होने का खतरा है, लेकिन बावजूद इसके ये लोग आपतक ये सेवाएं पहुंचा रहे हैं।
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लोगों का वेतन ना काटें
पीएम ने कहा कि आपतक सेवाएं पहुंचाने वाले लोगों पर भी संक्रमण का खतरा है। बावजूद इसके ये अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। हर किसी की सेवा करने का प्रयास कर रहे हैं। ये अपने आप में राष्ट्र रक्षक की तरह एक शक्ति बनकर खड़े हैं। देश ऐसे लोगों का कृतज्ञ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस महामारी ने देश के मध्य वर्ग, निम्न मध्यम वर्ग और गरीब को आर्थिक क्षति पहुंचाई है। मेरा देश के व्यापारी जगत और उच्च आय वर्ग के लोगों से आग्रह है कि अगर संभव है तो आप अगर संभव है तो आप जिन जिन लोगों की सेवाएं ले रहे हैं उनके आर्थिक हितों का ध्यान रखें। हो सकता है कि ये आने वाले कुछ दिनों में दफ्तर ना आ पाएं, आपके घर ना आ पाए, ऐसे मे उनका वेतन ना काटें। पूरी मानवीयता के साथ, संवेदनशीलता के साथ फैसला लें। हमेशा याद रखिएगा उन्हें भी अपना परिवार चलाना है, अपने परिवार को बीमारी से बचाना है।
हर कोई अपना सहयोग दे रहा
इसके साथ ही पीएम ने कहा कि मैं देशवासियों को इस बात के लिए भी आश्वस्त करता हूं कि देश में दूध, खाने-पीने का सामान, दवाइयां, जीवन के लिए ज़रूरी ऐसी आवश्यक चीज़ों की कमी ना हो इसके लिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दो महीनों में, 130 करोड़ भारतीयों ने, देश के हर नागरिक ने, देश के सामने आए इस संकट को अपना संकट माना है, भारत के लिए, समाज के लिए उससे जो बन पड़ा है, उसने किया है। मुझे भरोसा है कि आने वाले समय में भी आप अपने कर्तव्यों का, अपने दायित्वों का इसी तरह निर्वहन करते रहेंगे। हां, मैं मानता हूं कि ऐसे समय में कुछ कठिनाइयां भी आती हैं, आशंकाओं और अफवाहों का वातावरण भी पैदा होता है।
जरूरी चीज की कमी नहीं होगी
इसके साथ ही पीएम ने कहा कि मैं देशवासियों को इस बात के लिए भी आश्वस्त करता हूं कि देश में दूध, खाने-पीने का सामान, दवाइयां, जीवन के लिए ज़रूरी ऐसी आवश्यक चीज़ों की कमी ना हो इसके लिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं। संकट के इस समय में मेरा देश के व्यापारी जगत, उच्च आय वर्ग से भी आग्रह है कि अगर संभव है तो आप जिन-जिन लोगों से सेवाएं लेते हैं, उनके आर्थिक हितों का ध्यान रखें। ये कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए भारत कितना तैयार है, ये देखने और परखने का भी समय है। आपके इन प्रयासों के बीच, जनता-कर्फ्यू के दिन, 22 मार्च को मैं आपसे एक और सहयोग चाहता हूं।
रुटीन चेकअप के लिए अस्पताल ना जाएं
पीएम ने कहा कि संकट के इस समय में, आपको ये भी ध्यान रखना है कि हमारी आवश्यक सेवाओं पर, हमारे हॉस्पिटलों पर दबाव भी निरंतर बढ़ रहा है। इसलिए मेरा आपसे आग्रह ये भी है कि रूटीन चेक-अप के लिए अस्पताल जाने से जितना बच सकते हैं, उतना बचें। मैं चाहता हूं कि 22 मार्च, रविवार के दिन हम ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद अर्पित करें। रविवार को ठीक 5 बजे, हम अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर, बाल्कनी में, खिड़कियों के सामने खड़े होकर 5 मिनट तक ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करें।
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