Coronavirus: भारत आने से पहले अब इटली के नागरिकों को लेना होगा 'नो कोरोना' का सर्टिफिकेट
नई दिल्ली। भारत ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच ही इटली और साउथ कोरिया से आने वाले यात्रियों पर बड़ा फैसला लिया है। सरकार की तरफ से गुरुवार को इस बात की जानकारी दी गई है कि जो भी यात्री इटली या फिर कोरियाई देशों की यात्रा से लौटे हैं उन्हें एक सर्टिफिकेट पेश करना होगा। इस सर्टिफिकेट को किया अधिकृत लैबोरेट्री से मान्यता मिली होनी चाहिए। सर्टिफिकेट के जरिए उन्हें यह बात साबित करनी होगी कि वह कोरोना वायरस या कोविड 19 निगेटिव हैं। आपको बता दें कि भारत की तरफ से पहले ही कुछ देशों से आने वाले यात्रियों के लिए वीजा कैंसिल कर दिए गए हैं।
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10 मार्च से लागू नियम
भारत सरकार की तरफ से कहा गया है कि जब तक इटली और कोरियाई देशों की लैबोरेट्री से यात्रियों को सर्टिफिकेट मिलना जरूरी है। यह आदेश 10 मार्च रात 12 बजे से लागू रहेगा और जब तक कोविड-19 के केस खत्म नहीं हो जाते, तब नियम जारी रहेगा। मंगलवार को डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) की तरफ देश के हर एयरपोर्ट पर अलर्ट घोषित कर दिया गया है। केंद्र सरकार की तरफ से एक ट्रैवल एडवाइजरी भी जारी की गई है। इस एडवाइजरी में कहा गया है कि दक्षिण कोरिया, जापान, चीन, इटली और ईरान से आने वाले यात्रियों का वीजा तुरंत सस्पेंड किया जाता है।एयरलाइंस को भी कहा गया है कि इन पांच देशों से आने वाले यात्रियों के बारे में हेल्थ ऑफिस को जानकारी दें। इसके अलावा इमीग्रेशन ब्यूरो को सलाह दी गई है कि वह जापान और साउथ कोरिया से आने वाले उन यात्रियों को मंजूरी न दें जिन्हें वीजा ऑन अराइवल के तहत भारत आने की परमीशन दी गई है।