जापान में भयानक रूप ले रहा कोरोना वायरस, टोक्यो सहित 6 प्रांतों में लगा एक महीने का आपातकाल
नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का गंभीर असर अब जापान में भी दिखने लगा है। देश में कोरोना वायरस के 3906 मामले सामने आने के बाद शिंजो आबे सरकार ने छह प्रांतों में एक महीने के लिए आपातकाल की घोषणा कर दी है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने जानलेवा कोरोना वायरस को रोकने के लिए बीते सोमवार टोक्यो सहित अन्य छह प्रांतों में एक महीने का आपातकाल घोषित किया है।
दुनिया के 200 से ज्यादा देशों में विकराल रूप ले चुका कोरोना वायरस अब और तेजी से बढ़ रहा है। विश्व में अब तक करीब 14 लाख से अधिक लोग इस महामारी की चपेट में है और अब जापान में भी इसका असर दिखने लगा है। जामान में महामारी से कुल 92 मौतें हुई हैं। महामारी को फैलने से रोकने के लिए अब जापान सरकार ने आपातकाल की घोषणा कर दी है। पीएम शिंजो आबे ने ये फैसला ऐसे समय लिया है जब जापान में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
अपने एक संबोधन में पीएम शिंजो आबे ने कहा, यहां कोई यूरोपीय शैली का लॉकडाउन नहीं होगा। ह्योगो, टोक्यो, कानागावा, साइतामा, चिबा, ओसाका, और फुकुओका प्रांतों में सार्वजनिक परिवहन और सुपरमार्केट खुले रहेंगे, लेकिन लोगों से सामाजिक दूरी बरतने और परहेज करने होंगे। आपातकाल की स्थिति केवल टोक्यो के गवर्नर युरिको कोइके और छह अन्य नामित प्रीफेक्चर के प्रमुखों से अनुमति लेनी होगी।
पीएम शिंजो आबे ने खासतौर पर टोक्यों और ओसाका जैसे शहरों में सक्रमण के तेजी से बढ़ने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा, जैसा कि सरकार ने फैसला किया है कोरोना वायरस से लोगों के जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित करने और अर्थव्यवस्था के प्रभावित होने की आशंका है इसलिए एक महीने के आपातकाल की घोषणा की जाती है। बता दें कि महामारी से निपटने के लिए शिंजो आबे ने 1000 अरब डॉलर के प्रोत्साहन पैकज की भी की है, इसके साथ ही आपातकाल लगने के बाद देश में अब अप्रत्याशित अलर्ट जारी कर दिया गया है।
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