क्विक अलर्ट के लिए
अभी सब्सक्राइव करें  
क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

Coronavirus: बिना Social Distencing के 460 लोगों को संक्रमित कर देता है मरीज, जानिए कैसे

Google Oneindia News

नई दिल्‍ली। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश मे 21 दिनों के लॉकडाउन के साथ ही देशवासियों से अपील की कि हर हाल में वे घरों में ही रहें। पीएम मोदी ने सोशल डिस्‍टेंसिंग को ही इस महामारी का एकमात्र इलाज बताया। पीएम मोदी ने सभी देशवासियों से कहा कि बस एक काम करें और घर पर ही रहें। सिर्फ पीएम मोदी ही नहीं बल्कि दुनिया के अलग-अलग देशों के राष्‍ट्राध्‍यक्ष सोशल डिस्‍टेंसिंग की अपील देशवासियों से कर रहे हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्‍ट्रेलिया और कुछ और देश हमारे सामने सबसे बड़ा उदाहरण हैं कि सोशल डिस्‍टेंसिग क्‍यों सबसे बड़ी जरूरत बन गई है।

यह भी पढ़ें-US मैगजीन ने लिखा- चीन ने छिपाई Corona की जानकारीयह भी पढ़ें-US मैगजीन ने लिखा- चीन ने छिपाई Corona की जानकारी

क्‍यों हर हाल में जरूरी सोशल डिस्‍टेंसिंग

क्‍यों हर हाल में जरूरी सोशल डिस्‍टेंसिंग

साइग्‍नर लैबोरेट्री की तरफ से बताया गया है कि एक व्‍यक्ति जो कोरोना वायरस से संक्रमित है और सामान्‍य बर्ताव करता रहता है तो कैसे आने वाले एक माह के अंदर वह कई लोगों के लिए किसी बम की तरह हो जाता है। सामान्‍य बर्ताव करते रहने पर वह एक संक्रमित व्‍यक्ति अगले पांच दिनों में 2.5 लोगों को संक्रमित कर सकता है। अगले 30 दिनों में यही आंकड़ा 460 तक पहुंच जाता है। यानी एक माह के अंदर वह एक व्‍यक्ति 460 लोगों को संक्रमित कर सकता है अगर सोशल डिस्‍टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है।

75 प्रतिशत तक कम हो सकता है संक्रमण का खतरा

75 प्रतिशत तक कम हो सकता है संक्रमण का खतरा

अगर यही संक्रमित व्‍यक्ति का संपर्क लोगों से 50 प्रतिशत तक कम हो जाता है तो वह अगले पांच दिनों में 1.25 लोगों को ही संक्रमित कर पाएगा। एक माह यानी 30 दिनों में यह आंकड़ा 460 की जगह बस 15 व्‍यक्तियों तक ही सिमट कर रह जाता है। इसी संक्रमित व्‍यक्ति का संपर्क अगर 75 प्रतिशत तक कम हो जाता है तो फिर वही व्‍यक्ति अगले पांच दिनों तक 0.625 लोगों को संक्रमित कर पाएगा। अगले 30 दिनों में संक्रमण बस 2.5 लोगों तक ही सीमित हो जाता है।इटली और दूसरे यूरोपियन देशों में जिस तरह से कोहराम मचा हुआ है उसके बाद साफ है कि भारत एक नाजुक दौर में पहुंच चुका है।

यूरोप भुगत रहा सोशल डिस्‍टेंसिंग न मानने का खामियाजा

यूरोप भुगत रहा सोशल डिस्‍टेंसिंग न मानने का खामियाजा

सोशल डिस्‍टेंसिग का नजरअंदाज करने का खामियाजा इटली ने भुगता है जहां पर 8,000 से ज्‍यादा मौतें हो चुकी हैं। ब्रिटेन में 11,658 केसेज आए और अब तक 578 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका में 1000 से ज्‍यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। यहां पर वॉर्निंग के बाद भी न्‍यूयॉर्क से लेकर मियामी तक युवा पार्टी करते रहे। आज न्‍यूयॉर्क, अमेरिका का वुहान बनने की तरफ है। न्‍यूयॉर्क में 466 लोगों की मौत हो चुकी है। ऑस्‍ट्रेलिया में 3,180 केसेज आए और 13 लोगों की मौत हो चुकी है। ऑस्‍ट्रेलिया प्रधानमत्री स्‍कॉट मॉरिसन ने सोमवार को संसद में चेतावनी दी कि उन्‍हें अगले छह माह तक के लिए शटडाउन के लिए तैयार रहना होगा।

सिर्फ सोशल डिस्‍टेंसिंग और कुछ नहीं

सिर्फ सोशल डिस्‍टेंसिंग और कुछ नहीं

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (डब्‍लूएचओ) समेत तमाम विशेषज्ञों ने सोशल डिस्‍टेंसिंग को इस वायरस को रोकने के लिए एकमात्र कारगर हथियार बताया है। इटली, स्‍पेन, फ्रांस और जर्मनी में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते गए। एक हफ्ते में ही इन देशों में कोरेाना के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ। इन देशों के अलावा चीन, साउथ कोरिया, ईरान, इटली, स्‍पेन, जर्मनी और अमेरिका में 100 मामलों का आंकड़ा पार करने के बाद कोरोना के मामलों में जो तेजी आई उसने हर किसी को डरकर रहने पर मजबूर कर दिया।

Comments
English summary
Coronavirus: How Social Distancing can save you from getting infected.
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X