सीएम योगी आदित्यनाथ पूर्णिमा के दिन बनेंगे गुरू, अपने शिष्यों को देंगे आशीर्वाद
नई दिल्ली। उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरू की भूमिका निभाते हुए अपने शिष्यों को आशीर्वाद देते हुए नजर आएंगे।
सीएम योगी 8 और 9 जुलाई को अपने ससंदीय क्षेत्र गोरखनाथ मंदिर के महंत के रूप में नजर आएंगे जहां उनके लिए एक सिंहासन लगाया जाएगा। उस दौरान योगी आदित्यनाथ के शिष्य अपने गुरू का आशीर्वाद लेने के बाद उन्हें तिलक लगाकर फल उपहार में देंगे।
मुख्यमंत्री बनने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ अपने धर्म से जुड़े हर रीति रिवाज को लगातार फोलो कर रहे हैं और साथ में वे गोरखनाथ मंदिर के महंत के रूप में भी अपनी पूरी भूमिका निभा रहे हैं। इस साल अप्रैल माह में सीएम योगी ने न सिर्फ नौ दिन का उपवास रखा था बल्कि उन्होंने अपने आवास पर 'कन्या पूजन' भी करवाया था। साथ ही हम आपको बता दे कि 16 साल बाद रामजन्म भूमि आयोध्या में जाकर राम लला की पूजा करने वाले योगी यूपी के पहले सीएम हैं। अब सीएम योगी 8 जुलाई को अपने ऑफिस का काम निपटाने के बाद गुरू पूर्णिमा का त्योहार मनाने के लिए गोरखनाथ मंदिर के लिए रवाना होंगे जाएंगे जहां वो अपने शिष्यों से मिलेंगे।
संत
उठाएंगे
राम
मंदिर
का
मुद्दा
योगी
आदित्यनाथ
के
गोरखनाथ
मंदिर
पहुंचते
ही
संतों
का
जमावड़ा
भी
लग
जाएगा
और
इसमें
कोई
दो
राय
नहीं
कि
उस
वक्त
राम
मंदिर
का
मुद्दा
ना
उठे।
रिपोर्ट्स
के
मुताबिक
उत्तर
प्रदेश
और
पड़ोसी
राज्यों
के
अलग-अलग
अखाड़ो
से
संतों
का
आना
लगभग
तय
है।
अलग-अलग
जगहों
से
आए
संत
समाज
नारदानंद
आश्रम
में
रुकेंगे
जहां
वे
पुरजोर
से
राम
मंदिर
के
रोड़मैप
के
बारे
में
सीएम
योगी
के
सामने
अपनी
बात
रखेंगे।
चेतन्य महाराज ने 27 जून को सीएम योगी से राम मंदिर के मसले पर मुलाकात की थी। चेतन्य महाराज ने कहा है 'राम मंदिर निर्माण बारे में हम पूरी तरह से आश्वस्त है और 2019 से पहले-पहले निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा'।