मस्जिद के शिलान्यास पर बोले CM योगी- न मुझे कोई बुलाएगा और न मैं जाऊंगा
अयोध्या। राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम के बाद उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में अयोध्या में मस्जिद शिलान्यास को लेकर किए एक सवाल के जवाब में कहा कि, मुझे न तो इस कार्यक्रम में कोई बुलाएगा और मैं जाऊंगा भी नहीं। कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के साथ-साथ कोरोना और अयोध्या में मस्जिद निर्माण जैसे मुद्दों पर खुलकर बात की।
'मैं अपने कार्य को हमेशा कर्तव्य और धर्म मानकर चलता हूं'
आजतक से बातचीत में योगी से सवाल किया गया कि राम मंदिर के भूमि पूजन पर आपने सभी धर्मों के लोगों को बुलाया, वे कार्यक्रम में शामिल भी हुए। ऐसे में कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में जब मस्जिद की नींव रखी जाएगी तो सीएम योगी वहां नहीं जाएंगे। इस पर योगी ने कहा, 'मेरा जो भी काम है, वह मैं करूंगा। मैं अपने कार्य को हमेशा कर्तव्य और धर्म मानकर चलता हूं। बाकी मुझे न तो वहां बुलाया जाएगा और मैं वहां जाऊंगा भी नहीं।
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अयोध्या जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर आवंटित की गई जमीन
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ भूमि दिए जाने का फैसला दिया था। यूपी सरकार ने 5 फरवरी को ही अयोध्या जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम धन्नीपुर तहसील सोहावल में थाना रौनाही से लगभग 200 मीटर पीछे 5 एकड़ जमीन मस्जिद के लिए आवंटित की थी। यहीं पर मस्जिद का निर्माण होना है।
प्रियंका गांधी के 'राम सबके हैं' वाले बयान पर बोले CM योगी– उस वक्त कहां थी सद्बुद्धि
योगी आदित्यनाथ ने प्रियंका गांधी के बयान कि 'राम सबके हैं' पर भी जवाब दिया। योगी ने कहा कि राम सभी के हैं, हम पहले से ही यह बात कहते आए हैं। पहले ही यह सदबुद्धि सभी को आ जानी चाहिए थी जब कुछ लोगों के पूर्वजों ने रामलला की मूर्तियों को हटाने की कुत्सित चेष्टा की थी। आखिर कौन लोग थे वो, किसके पूर्वज थे जो अयोध्या में रामलला का मंदिर नहीं चाहते थे। यूपी सीएम ने कहा कि कोरोना के कारण भूमिपूजन कार्यक्रम को बड़ा नहीं किया गया, इसलिए किसी राजनीतिक दल के व्यक्ति को नहीं बुलाया गया।
टीवी पर राम जन्मभूमि का पूजन देख भावुक हुए रामलला के वकील के. पराशरण