कंगना और पूर्व नेवी अफसर से मारपीट मामले पर CM उद्धव ने तोड़ी चुप्पी, दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज एक वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से जनता को संबोधित किया। बता दें कि इस समय महाराष्ट्र की राजनीति गरमाई हुई है और हाल में हुई घटनाओं को लेकर उद्धव सरकार विपक्ष के निशाने पर है। इस बीच रविवार को सीएम उद्धव के संबोधन पर पूरे देश की नजरें टिकी थीं। अपने भाषण में सीएम उद्धव ने कंगना रनौत और पूर्व नेवी अफसर पर हुए हमले को लेकर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि उनकी खामोशी को कमजोरी ना समझा जाए, वह समय आने पर जवाब देंगे।
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मेरी खामोशी को मेरी मजबूर नहीं समझे
गौरतलब है कि बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत और पूर्व नेवी अफसर से मारपीट को लेकर इन दिनों शिवसेना की चौतरफा आलोचना हो रही है। इन दोनों ही मामलों पर चुप्पी तोड़ते हुए रविवार को सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि पिछले दिनों मैंने कई मुसीबतों का सामना किया। राजनीतिक साइक्लोन का सामना करता रहूंगा। कुछ लोग मेरी खामोशी को मेरी मजबूर नहीं समझे, राजनीति पर जरूरत हुई तो जरूर बात करूंगा।
कंगना और नेवी के अफसर पर हमले का कोई संबंध नहीं
सीएम ठाकरे ने आगे कहा, महाराष्ट्र की बदनामी का जो सिलसिला चल रहा है, मैं मुख्यमंत्री पद की गरिमा का पालन कर रहा हूं इसलिए चुप हूं। 40 मिनट के संबोधन में उद्धव ठाकरे कंगना रनौत, सुशांत सिंह राजपूत केस और पूर्व नेवी अधिकारी पर हमले को लेकर बोलने से बचते रहे। हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि कंगना मामले और नेवी के अफसर पर हमले का कोई संबंध नहीं है।
मराठा आरक्षण पर कही ये बात
सीएम उद्धव ठाकरे ने अपने संबोधन के दौरान मराठा आरक्षण को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा, ' मराठा आरक्षण का मामला अब सामने आया है, पूरी विधानसभा ने एकसाथ मिलकर मराठा समाज के लिए आरक्षण की घोषणा की गई। पहले हाई कोर्ट मामला गया, फिर सुप्रीम कोर्ट मामला गया। पिछली सरकार ने जो वकील हमें दिए थे, उन्हीं को जारी रखा गया है। मराठा आरक्षण को स्टे देने की जरूरत नहीं थी, लेकिन स्टे दिया गया है। मैं सभी नेताओं के साथ इस मुद्दे पर संपर्क में हूं।'
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