गलवान में हिंसक झड़प के लिए चीनी राजदूत ने भारत को बताया जिम्मेदार, कहा- मामले की जांच हो
नई दिल्ली। लद्दाख के गलवाव घाटी में 15 जून को हुए हिंसक झड़प को लेकर आज (14 अगस्त) भारत में स्थित चीनी राजदूत सून वेडॉन्ग ने बड़ा बयान दिया है। बता दें कि भारत-चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव को अब 100 दिन पूरे होने वाले हैं, इस मौके पर चीनी राजदूत ने कहा है कि गलवान घाटी में हुए हिंसक झड़प के लिए भारत जिम्मेदार है न कि चीन। चीन के राजदूत ने ये बातें दूतावास की मैगजीन में छपे अपने लेख में लिखी हैं, जो दिल्ली से प्रकाशित हुई है।
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गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन सेना के बीच हुए हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। इस घटना में चीन को भी बड़ा नुकसान पहुंचा था लेकिन ये बात अगल है कि उसके आज तक मृत सैनिकों की संख्या की पुष्टि नहीं की। अब इस मामले पर चीन ने एक बार फिर अपना पल्ला झाड़ते हुए हिंसा का जिम्मेदार भारत को ठहराया है। इंडियन एक्सप्रेस चीनी राजदूत सून वेडॉन्ग ने हिंसा की घटना के लिए चीन को पीड़ित बताया है।
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सून वेडॉन्ग ने एक पत्रिका में लिखा, 'अगर इस घटना के ध्यान से देखा जाए तो इसके लिए भारत जिम्मेदार है चीन नहीं। भारतीय पक्ष ने उकसावे के लिए एलओसी को पार किया। इतना ही नहीं उन्होंने चीनी सेना पर हमला किया, भारत ने दोनों देशों के बीच सीमा मुद्दों को लेकर किए गए समझौतों का उल्लंघन किया है।' सून वेडॉन्ग ने आगे लिखा, 'भारत ने अंतरराष्ट्रीय संबंधों को नियंत्रित करने वाले बुनियादी मानदंडों का भी गंभीर उल्लंघन किया है।'
चीनी राजदूत ने भारत से इस मामले में निस्पक्ष जांच करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार सीमा नियमों का उल्लंघन करने वालों को जवाबदेह ठहराए, इसके अलावा भारत को चाहिए कि वह सीमा पर अपने सैनिकों को सख्ती से अनुसाशित करे। भारत में चीन के राजदूत सून वेडॉन्ग ने आगे लिखा है कि भारत ऐसी घटनाओं को फिर ने होने देने के लिए जरूरी कदम उठाए, सेना को भड़काने की कोशिश न करें।