पश्चिम बंगाल में नवरात्रि की तैयारियां पूरी, CM ममता बनर्जी ने किया दुर्गा पूजा पंडालों का उद्घाटन
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के बीच देशभर में आने वाली नवरात्रि को लेकर श्रद्धालुओं में तैयारी की धूम मची हुई है। नवरात्रि के मौके पर सबसे अधिक रौनक पश्चिम बंगाल में दिखाई देती है लेकिन कोरोना वायरस महामारी के चलते इस बार की दुर्गा पूजा में लोगों की कम संख्या देखने को मिलेगी। हालांकि महामारी काल में भी इस त्योहार को लेकर उत्साह कम नहीं हुआ है, राज्य में कई जगह दुर्गा पूजा पंडाल लगाए गए जिनका उद्घाटन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया है।
बुधवार को तृणमूल कांग्रेस की चीफ और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य में दुर्गा पूजा पंडालों का उद्घाटन किया। बता दें कि केंद्र के अनलॉक-5 की गाइडलाइन के मुताबिक धार्मिक कार्यक्रमों में 100 लोगों के शामिल होने की अनुमति है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता ने भी इसी शर्त के साथ धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन की अनुमति दी है। हालांकि पहले वह इससे लिए राजी नहीं थीं।
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West Bengal: Chief Minister Mamata Banerjee inaugurates Durga Puja pandals across the state, through video conferencing pic.twitter.com/hao0ADEbaT
— ANI (@ANI) October 14, 2020
बता दें कि पहले राज्य की ममता बनर्जी सरकार ने कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए बंगाल में धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन को बैन कर दिया था। हालांकि बाद में उन्हें अपना ये फैसला रद्द करना पड़ा। सीएम ममता ने लोगों से कहा कि अगर कोरोना वायरस गाइडलाइन का पालन किया जाता है तो 100 लोगों की सभा को अनुमति दिया जा सकता है। इसके अलावा अगर आयोजकों को बड़ा स्थान मिलता है तो वह एक साथ 200 लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति दे सकते हैं। हालांकि सीएम ने यह भी कहा कि पूजा पंडालों के पास ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जाना चाहिए, इससे कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है।
बिहार
में
नहीं
लगेगा
मेला
और
पंडाल
बता
दें
कि
बिहार
सरकार
ने
दुर्गा
पूजा
को
लेकर
गत
शुक्रवार
गाइडलाइन
जारी
किया
है।
सरकार
के
दिशा-निर्देश
के
मुताबिक
कोरोना
महामारी
के
दौरान
प्रदेश
में
कोई
मेला
नहीं
लगेगा।
इसके
अलावा
लाउड
स्पीकर
के
इस्तेमाल
पर
भी
राज्य
सरकार
ने
रोक
लगा
दी
है।
सामूहिक
प्रसाद
वितरण
पर
भी
रोक
रहेगी।
साथ
में
पंडाल
का
निर्माण
किसी
विशेष
थीम
पर
नहीं
किया
जा
सकता।
हालांकि
पंडाल
के
निर्माण
पर
रोक
लगने
से
टेंट
कारोबारी
मायूस
हैं।
पंडाल
व्यवसायियों
को
काफी
नुकसान
उठाना
पड़
रहा
है।