Chaudhary Charan Singh Birth Anniversary: गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने हवन कर दी चौधरी चरण सिंह को श्रद्धांजलि
गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने हवन कर दी चरण सिंह को श्रद्धांजलि करते हुए।
Chaudhary Charan Singh Birth Anniversary: पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की आज 118वीं जयंती है। चौधरी चरण सिंह की जयंती को किसान दिवस के तौर पर भी मनाया जाता है। किसान दिवस के मौके पर आज दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर पर केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ धरना दे रहे किसानों ने हवन किया। 27 दिन से बॉर्डर पर बैठे किसानों ने हवन करते हुए चौधरी चरण सिंह को श्रद्धांजलि दी। भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत और दूसरे किसान नेता हवन में शामिल हुए।
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परिजनों ने किसान घाट पहुंचकर दी श्रद्धांजलि
राष्ट्रीय लोकदल के नेता अजित सिंह और जयंत चौधरी ने आज सुबह किसान घाट पहुंचकर चौधरी चरण सिंह को श्रद्धांजलि दी। हालांकि दिल्ली पुलिस ने उनको किसान घाट जाने की इजाजत नहीं दी थी लेकिन सुबह ही किसान घाट पर किसान जमा हो गए। जिसके बाद पुलिस ने चौधरी चरण सिंह के बेटे अजित सिंह, पोते जयंत चौधरी और दूसरे नेताओं को किसान घाट पर जाने की अनुमति दे दी।
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पीएम मोदी ने भी दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री मोदी ने भी ट्वीट कर चौधरी चरण सिंह को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने लिखा, पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। वे जीवनभर गांवों और किसानों के विकास के प्रति समर्पित रहे, जिसके लिए सदैव उनका स्मरण किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- चौधरी चरण सिंह जी कहा करते थे कि देश की प्रगति का रास्ता खेतों से होकर होता है। भारत की प्रगति तब होगी जब इस देश का किसान प्रगतिशील होगा। देश के अंदर समृद्धि तब आएगी जब किसान समृद्धिशाली होगा। कृषि प्रधानता ही भारत की अर्थव्यवस्था का आधार है।
चौ. चरण सिंह को कहा जाता है किसान मसीहा
चौधरी चरण सिंह किसानों के बड़े नेता रहे हैं। खासतौर से उत्तर भारत में उनको ऐसा नेता माना जाता है, जिनकी वजह से किसानों की जिंदगी बदली। 23 दिसंबर 1902 को उनका जन्म पश्चिमी यूपी के हापुड़ में हुआ था। 1987 में उनका निधन हो गया था। चौधरी चरण सिंह 1967 से 1970 के दौरान दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और छोटी अवधि के लिए भारत के प्रधानमंत्री रहे। भारत सरकार ने वर्ष 2001 में चौधरी चरण सिंह के सम्मान में हर साल 23 दिसंबर को किसान दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया। 23 दिसंबर को किसान दिवस के अलावा 23 से 29 दिसंबर के बीच जय जवान जय किसान सप्ताह भी मनाया जाता है।