अटॉर्नी जनरल ने सुप्रीम कोर्ट से कहा- बिल्ली की तरह लड़ रहे थे सीबीआई के टॉप अधिकारी
नई दिल्ली। सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजे जाने के खिलाफ दाखिल याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा कि सीबीआई के दो सर्वोच्च अधिकारियों की लड़ाई पब्लिक के बीच आ गई थी, ऐसे में केंद्र सरकार इस पूरे मामले को लेकर चिंतित थी। सरकार और सीवीसी को फैसला लेना था कि कौन सही है और कौन गलत। केन्द्र सरकार की तरफ से पेश हुए शीर्ष कानूनी अधिकारी अटॉर्नी जनरल केसी वेणुगोपाल ने कोर्ट से कहा- "आलोक वर्मा और राकेश अस्थान के बीच लड़ाई काफी बढ़ गई थी और यह सार्वजनिक बहस का मुद्दा बन गया था। सरकार हैरान होकर देख रही थी कि आखिर दो शीर्ष अधिकारी कर क्या रहे हैं। वे बिल्ली की तरह झगड़ रहे थे।"
आपको बता दें कि विवाद के दौरान आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस मामले में 29 नवंबर को हुई पिछली सुनवाई में आलोक वर्मा को राहत नहीं मिली थी। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई 5 दिसंबर तक के लिए टाल दी थी। आलोक वर्मा ने केंद्र सरकार के उन्हें छुट्टी पर भेजे जाने के फैसले को चुनौती दी थी।
सुनवाई के दौरान अटार्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने कहा कि जांच एजेंसी के निदेशक और विशेष निदेशक के बीच विवाद इस प्रतिष्ठित संस्थान की निष्ठा और प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचा रहा था। भाषा के अनुसार, अटार्नी जनरल ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि दो शीर्ष अधिकारियों आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना का झगड़ा सार्वजनिक हुआ जिसने सीबीआई को हास्यास्पद बना दिया।