फर्जीवाड़े के आरोप में CBI ने अपनी ही डिप्टी लीगल एडवाइजर के खिलाफ दर्ज कराया मामला
नई दिल्ली। सीबीआई ने अपने ही डिप्टी लीगल एडवाइजर बीना रायजादा के खिलाफ फर्जीवाड़े के आरोप में मामला दर्ज कराया है। बीना रायजादा व्यापमं मामले में सीबीआई के डिप्टी लीगल एडवाइजर थी। उनपर आरोप है कि उन्होंने एपीआर रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा किया था। सीबीआई ने उनके खिलाफ धोखाधड़ी ,फर्जीवाड़ा और फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल का मामला दर्ज कराया है। बीना के काम को उनके वरिष्ठ अधिकारियों ने बेहतर नहीं आंका है।
फर्जी हस्ताक्षर किए
बीना पर आरोप है कि उन्होंने 2014, 2015, 206 में फर्जी दस्तावेजों के जरिए यह दिखाने की कोशिश की कि वह काफी अच्छा काम कर रही हैं। यही नहीं उनपर आरोप है कि उन्होंने विभाग के शीर्ष अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर भी किए थे। सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि उनकी नजर में यह मामला उस वक्त आया जब वह एपीआर की जांच कर रहे थे, जोकि वार्षिक अप्रैजल रिपोर्ट होती है। इस रिपोर्ट को बीना ने दिल्ली के मुख्यालय में जमा किया था। इसमे यह बात सामने आई थी कि उनकी सैलरी में उस 90 दिन के दौरान भी बढ़ोतरी हुई थी, जब वह छुट्टी पर थीं।
दर्ज हुई एफआईआर
इस तथ्य के सामने आने के बाद सीबीआई को उनपर शक हुआ और इसकी शुरुआती जांच शुरू की गई। जांच में यह भी बात सामने आई कि बीना ने दस्तावेजों के साथ भी फर्जीवाड़ा किया है और फर्जी हस्ताक्षर किए हैं। 12 नवंबर को उनके खिलाफ चल रही जांच को एफआईआर में बदल दिया गया। एफआईआर के अनुसार बीना मई 2014 में सीबीआई में शामिल हुई थी, उन्हें वरिष्ठ कानूनी सलाहकार के दौर पर भ्रष्टाचार विरोधी ब्रांच पटना में शामिल किया गया था। छह महीने के बाद उन्हें डिप्टी लीगल एडवाइजर का पद दे दिया गया था।
अधिकारी ने कहा मेरे हस्ताक्षर नहीं
पिछले वर्ष जनवरी माह में उन्हें एंटी करप्शन यूनिट 4, दिल्ली में तैनात किया गया था, जोकि व्यापमं मामले की जांच कर रही थी। रायजादा ने व्यक्तिगत रूप से 2014,15,16 की रिपोर्ट सौंपी थी। इन तमाम दस्तावेजों में पटना मख्यालय के डीआईजी वीके सिंह के हस्ताक्षर थे। जिसमे कहा गया था कि बीना की सभी मूल्यांकन रिपोर्ट एक्सिलेंट यानि काफी अच्छी है। शक होने पर इन दस्तावेजों को जांच के लिए भेजा गया। जांच में वीके सिंह ने कहा कि ये हस्ताक्षर मेरे हस्ताक्षर से मेल खाते हैं लेकिन ये मेरे नहीं हैं।
इसे भी पढ़ें- बढ़ी मोदी सरकार की मुश्किल, 4 लाख सैन्य कर्मचारी बड़ी हड़ताल की तैयारी में