COVID-19 Information: क्या स्टीम लेकर कोरोना वायरस को खत्म किया जा सकता है?
नई दिल्ली, 23 अप्रैल: पिछले साल से सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस के खात्मे के लिए जो संदेश सबसे ज्यादा वायरल हो रही हैं, उनमें से एक ये भी है कि दिन में कम से कम दो बार स्टीम लेना कोरोना का खात्मा कर सकता है। जब कोविड-19 की दूसरी लहर ने पूरे देश को तबाही के मोर्चे पर ला खड़ा किया है, तब फिर से इस तरह के संदेश खूब फैलाए जा रहे हैं कि स्टीम या भाप लेकर कोरोना वायरस के कहर से बचे रहा जा सकता है या फिर इस बीमारी से छुटकार मिल सकता है। हालांकि, भारत में यह प्रक्रिया कोई नई नहीं है और हमेशा से घरेलू नुस्खे के तौर पर अपनाई जाती रही है। लेकिन, विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनीसेफ जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठन इस बात में यकीन नहीं करता कि यह कोविड-19 को मार सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का क्या है कहना?
पिछले साल देश में कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत से स्टीम या भाप लेने को कोविड के खिलाफ कारगर उपाय के तौर पर पेश किया जाता रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि भारत में सामान्य सर्दी-खांसी में इसे धरेलू नुस्खे के तौर पर अपनाया जाता रहा है। लेकिन, तथ्य ये है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन और अमेरिका की सीडीसी या सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने कोविड-19 के किसी मरीज को ऐसा करने की सलाह नहीं दी है। कुछ ही दिन पहले सीडीसी के एक सदस्य ने एक अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से कहा था कि स्टीम लेने का काम काफी जोखिम भरा है और इससे जलने का डर रहता है। यही नहीं कहा गया कि इससे कोरोना वायरस से बचने के कोई सबूत नहीं होने हैं।
स्टीम लेते वक्त इन बातों का रखें ध्यान?
अमेरिका के लंग एसोसिएशन के डॉक्टर भी कहते हैं कि भाप लेने से सांस से जुड़ी दिक्कतों में तो राहत मिल सकती है, लेकिन यह वायरस का इलाज नहीं है। इसलिए यह जरूरी है कि यदि आपको स्टीम से राहत मिलती है तो इसे लेने में बहुत ही सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि, थोड़ी सी ही चूक आपको गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। अगर सामान्य बर्तन में उबले पानी से भाप ले रहे हैं तो ज्यादा सतर्क रहें, नहीं तो पानी बदन पर गिरने का जोखिम रहता है। खासकर अगर बच्चों को यह दी जा रही है तब तो और भी विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता है। स्टीमर का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसे नाक या मुंह के बहुत ज्यादा नजदीक ना लाएं। अगर आपको स्टीम लेने से सुकून मिल रहा है तो भी इस प्रक्रिया को ज्यादा बार ना दोहराएं। इससे आपके चेहरे और गर्दन के भी ड्राई होने की आशंका रहती है, जो फंगल या फिर बैक्टीरियल इंफेक्शन का कारण बन सकता है। (चेतावनी: इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि अगर आपको स्टीम लेने से सर्दी-जुकाम या कई बार सिरदर्द की परेशानी से राहत मिलती है तो भी इसे डॉक्टरों की सलाह से ही लें।)
|
स्टीम से कोरोना वायरस के मरने का सबूत नहीं- यूनीसेफ
1949 से भारत में बच्चों के अधिकारों पर काम कर रही संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनीसेफ ने स्टीम से कोरोना वायरस के खात्मे के दावों को खारिज कर दिया है। इसने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें यूनीसेफ के साउथ एशिया के रीजनल एडवाइजर, मैटर्नल एंड चाइल्ड हेल्थ, पॉल रुटर ने कहा है, 'ऐसा कोई सबूत नहीं है कि भाप या स्टीम लेने से कोविड-19 मर जाता है। सच तो यह है कि स्टीम लेने से उलटा असर पड़ सकता है और यह खतरनाक है। इससे आपकी सांस और गले की नली जल सकती है और बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो सकती है, जिससे सांस लेने में तकलीफ हो सकती है और इससे असल में वायरस को आपके शरीर में घुसने में आसानी हो सकती है।'
इसे भी पढ़ें- किन राज्यों को केंद्र वैक्सीन कोटे में 1 मई से प्राथमिकता देगा ? जानिए
क्या है अन्य घरेलू नुस्खे ?
कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में जिन घरेलू नुस्खों की बहार आई हुई है, उनमें तरह-तरह का काढ़ा पीने और देसी घी-हल्दी वाला दूध पीना भी शामिल है। इनमें से कई तरह के काढ़े और हल्दी से इम्यूनिटी पॉवर बढ़ने की बात कही जा रही है। इसकी साथ ही घरों में नींबू का इस्तेमाल भी बढ़ा दिया गया है, जिससे विटामिन सी मिलती है। यही नहीं कुछ लोग अपना रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विभिन्न ब्रांड के च्यवनप्राश का भी खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि, इस तरह का कोई भी नुस्खा जानकारों की सलाह से ही ली जानी चाहिए, क्योंकि कुछ चीजों से किसी-किसी को नुकसान भी होने का खतरा रहता है।