'लापता' पोस्टर पर BJP सांसद सनी देओल का जवाब, ये आपका काम नहीं.....
नई दिल्ली- पंजाब के गुरदासपुर से भाजपा सांसद सनी देओल ने अपने खिलाफ लगे 'लापता' पोस्टर पर विरोधियों को बहुत ही शालीनता के साथ जवाब दिया है। उन्होंने फेसबुक पर विडियो संदेश देकर विरोधियों को जवाब दिया है और साथ ही लोहड़ी की शुभकामना भी दी हैं। उन्होंने कहा है कि ये तय करना लोगों का काम है कि वह क्षेत्र के लिए क्या कर रहे हैं या नहीं कर रहे हैं। उन्होंने अपने विरोधियों को ये भी नसीहत दी है कि उन्हें भी जनता के हित में काम करते रहने चाहिए।
'लापता' पोस्टर पर सनी देओल का जवाब
बॉलीवुड अभिनेता से राजनेता बने बीजेपी सांसद सनी देओल ने अपने विरोधियों को जवाब देने के लिए फेसबुक का सहारा लिया है। उन्होंने लोहड़ी की शुभकामनाएं देने के साथ ही पंजाबी में दिए विडियो संदेश में विरोधियों से कहा है, 'मुझे पता चला है कि मेरे विरोधी मेरे बारे में बकवास बातें कर रहे हैं। मैं उनसे सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि ये आपका या मेरा काम नहीं है। यह जनता का काम है और हम सब उन्हीं के लिए काम करते हैं। उन्हें खुश होना चाहिए। मैं उनसे सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि उन्हें जनता के लिए काम करना चाहिए और मैं आपसे संपर्क करूंगा। हम सब यहां जनता के लिए ही हैं।' इसी संदेश में उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता के लिए कहा है कि, 'मैं लोगों से कहना चाहता हूं कि उन्होंने मुझपर जो भरोसा दिखाया है और उस भरोसे की ताकत से मैं बहुत सारी छोटी-छोटी चीजें कर रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा। भविष्य में मैं बड़े प्रोजेक्टस लेकर आऊंगा, क्योंकि आपका विश्वास ही मेरी शक्ति है।'
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पठानकोट रेलवे स्टेशन पर लगे थे पोस्टर
इससे पहले पठानकोट रेलवे स्टेशन पर ऐसे पोस्टर लगे पाए गए थे, जिसमें अंग्रेजी और हिंदी में लिखा गया था 'गुमशुदा की तलाश,एमपी सनी देओल'। दरअसल, सनी देओल पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि वह क्षेत्र का दौरा नहीं करते। इसी को लेकर पठानकोट रेलवे स्टेशन पर उनके खिलाफ दो पोस्टर लगे दिखाई पड़े थे। सनी देओल के जवाब से लगता है कि वह उनकी गुमशुदगी वाले पोस्टर लगाने में अपने विरोधियों का हाथ मान रहे हैं। क्योंकि, कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने उनके लापता होने वाले पोस्टर पर फौरन तीखी प्रतिक्रिया भी दी थी। उन्होंने ट्वीट किया था, "कोई आश्चर्य नहीं, उनके पिता धर्मेंद्र के साथ बीकानेर में भी यही हुआ था। गुरदासपुर ने अच्छे व्यक्ति सुनील जाखड़ को उनका प्रतिनिधि बनने का मौका गंवा दिया।.... "
संसद से भी गायब रहने के आरोप
इससे पहले सनी देओल तब विवादों में आ गए थे, जब उनपर बैठकों में शामिल होने और महत्वपूर्ण कार्यों को देखने के लिए अपने क्षेत्र में अपनी जगह एक प्रतिनिधि की नियुक्ति की थी। हालांकि, पूरे विवाद को 'बेवजह और दुर्भाग्यपूर्ण' कहकर उन्होंने तब उसे शांत करा दिया था। हालांकि, संसद सत्र से गायब रहने के आरोप लगाकर भी विपक्ष उनपर निशाना साधता है। जानकारी के मुताबिक वह लोकसभा के पहले सत्र में 37 में से 28 दिन गायब रहे थे। मनीष तिवारी ने उनसे यह सवाल किया है कि वे कितने दिन अपने लोकसभा क्षेत्र और कितने दिन संसद में रहे हैं? बता दें कि 62 वर्षीय बीजेपी सांसद ने पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के बड़ने नेता सुनील जाखड़ को 82,459 वोटों से पराजित किया था।