Bharat Bandh: कांग्रेस, AAP समेत इन राजनीतिक पार्टियों ने किया किसानों के भारत बंद का समर्थन
Bharat Bandh: कांग्रेस, AAP समेत इन राजनीतिक पार्टियों ने किया किसानों के भारत बंद का समर्थन
नई दिल्ली, 26 सितंबर: तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार यानी 27 सितंबर को संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेतृत्व में देशभर के 40 किसान संगठनों ने "भारत बंद" का आह्वान किया है। कृषि कानूनों के विरोध में 27 सितंबर को किसानों द्वारा भारत बंद यानी देशव्यापी हड़ताल की घोषणा की गई है। किसानों के इस भारत बंद को कई राजनीतिक पार्टियों का समर्थन मिला है। तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में 27 सितंबर को किसानों द्वारा घोषित भारत बंद या देशव्यापी हड़ताल को कई राजनीतिक दलों का समर्थन मिला है। सोमवार को होने वाले इस भारत बंद का नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) द्वारा किया जाएगा।
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किसानों के भारत बंद को कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा), वामपंथी दलों का सर्मथन मिल चुका है। इसके अलावा वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली आंध्र प्रदेश सरकार से भी भारत बंद को समर्थन मिला है।
जानिए किन-किन राजनीतिक पार्टियों ने किया किसानों के भारत बंद का सर्मथन?
-वाईएसआर कांग्रेस
वाईएसआर कांग्रेस के नेतृत्व वाली आंध्र प्रदेश सरकार ने किसानों द्वारा बुलाए गए 27 सितंबर के भारत बंद को समर्थन दिया है। आंध्र प्रदेश के सूचना एवं परिवहन मंत्री पर्नी वेंकटरमैया (नानी) ने शनिवार (25 सितंबर) को कहा कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने किसानों की चिंताओं के साथ एकजुटता दिखाते हुए 27 सितंबर को भारत बंद को अपना 'पूर्ण समर्थन' दे रही है।
-आम आदमी पार्टी (AAP)
आम आदमी पार्टी (आप) ने भी किसानों के भारत बंद के आह्वान का समर्थन किया है। आप ने ट्विटर पर हैशटैग #कल_भारत_बंद_होगा के साथ लिखा, ''आप ने किसानों के भारत बंद के आह्वान का समर्थन किया है। सीएम अरविंद केजरीवाल हमेशा मोदी सरकार के काले कानूनों के खिलाफ किसानों के साथ खड़े रहे हैं। आप 27 सितंबर को भारत बंद के आह्वान का पुरजोर समर्थन करती है।"
-कांग्रेस
कांग्रेस ने भी शनिवार (25 सितंबर) को भारत बंद को अपना समर्थन दिया और मांग की कि प्रदर्शनकारियों के साथ चर्चा शुरू की जाए। कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने "शांतिपूर्ण" हड़ताल का आह्वान करते हुए कहा कि पार्टी और उसके सभी कार्यकर्ता केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संघों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के समर्थन में हैं।
कांग्रेस नेता ने यह भी मांग की कि एमएसपी को हर किसान को कानूनी अधिकार के रूप में दिया जाना चाहिए "क्योंकि वे केवल 'जुमले' (बयानबाजी) नहीं चाहते हैं" और 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वादे का भी जिक्र किया है।
- तेलुगु देशम पार्टी और वामपंथी दल
किसानों द्वारा बुलाए भारत बंद को सफल बनाने के लिए इसी हफ्ते आंध्र प्रदेश के कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) कार्यालय में वाम दलों, कांग्रेस और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) द्वारा एक बैठक की गई। बैठक के दौरान भाकपा राज्य नेता दोनेपुडी शंकर ने कहा, 'किसान दिल्ली में नौ महीने से आंदोलन कर रहे हैं, इसलिए उनके समर्थन में यह भारत बंद का सपोर्ट करेंगे।
एक साझा बयान में सीपीआई, सीपीआई (एम), ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) ने लोगों से भारत बंद को समर्थन देने का आग्रह किया।
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-राजद (RJD) नेता तेजस्वी यादव ने भी भारत बंद को अपना समर्थन
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी किसानों के भारत बंद के आह्वान को अपना समर्थन दिया। तेजस्वी यादव ने शुक्रवार (24 सितंबर) को एक ट्वीट में कहा, ''महागठबंधन दलों के शीर्ष नेताओं की बैठक में सर्वसम्मति से 27 सितंबर को संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा बुलाए गए भारत बंद में भाग लेने और समर्थन करने का फैसला लिया गया है। एनडीए सरकार की किसान विरोधी नीतियों का विरोध हम किसानों के साथ हैं।"