अयोध्या: खुले रामलला के द्वार, मथुरा में बांके बिहारी के दर्शन के लिए अभी करना होगा और इंतजार
नई दिल्ली। लॉकडाउन के पांचवें फेज में धार्मिंक स्थलों को खोलने की इजाजत दी है। राज्य सरकारों को ये फैसला लेने का हक दिया गया है। गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के तहत उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में मंदिरों, मस्जिदों , गुरुद्वारे को खोलने का निर्देश दिया, जिसके बाद आज अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि, हनुमानगढ़ी, नागेश्वर नाथ मंदिर, कनक भवन समेत तमाम मंदिरों को खोल लिया गया है। 80 दिनों के बाद आज से भक्त रामलला के दर्शन कर पाएंगे। जहां अयोध्या के राम मंदिर को खोल दिया तो वहीं भक्तों को मथुरा के बांके बिहारी के दर्शन के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा।
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रामलला के दर्शन के लिए खुले द्वार
कोरोना संकट के बीच अयोध्या में राममंदिर को दर्शन के लिए खोल दिया गया है। सरकारी नियमों का पालन करते हुए और गृह मंत्रालय के एसओपी को ध्यान में रखते हुए श्री राम जन्मभूमि , हनुमानगढ़ी समेत सबी मंदिरों को खोल दिया गया है। हालांकि प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर में मंगला आरती से भक्तों को दूर रखा गया। आरती के बाद मंदिरों के कपाट भक्तों के लिए खोले गए।
बांके विहारी के दर्शन के लिए अभी और इंतजार
यहां अयोध्या समेत देशभर में मंदिरों के कपाट फिर से खोल दिए गए हैं। वहीं मथुरा में बांके विहारी के भक्तों को अभी थोड़ा और इंतजार करना होगा। मथुरा में अधिकांश मंदिरों को अभी बंद रखने का फैसला किया गया है। मथुरा के प्रसिद्ध बांके विहारी मंदिर समेत कई मंदिरों को बंद ऱकने का फैसला किया गया है। बांके बिहारी मंदिर ट्रंस्ट की ओर से कहा गया कि कोरोना वायरस के फैलने को रोकने की दिशा में अभी मंदिर को 30 जून तक बंद रखने का फैसला किया गया है। हालांकि मंदिर के पुजारियों और ट्रस्ट के कर्मचारी मंदिर परिसर में प्रवेश की पूरी छूट मिली है।
मंदिर में रखना होगा इन बातों का ख्याल
मंदिरों के लिए जारी एसओपी का सख्ती से पालन करना होगा, जिसके तहत मंदिर परिसर में भक्तों की संख्या कम रखनी होगी। सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखना होगा। अगरे आदेश तक मंदिरों में प्रसाद का वितरण नहीं होगा औरप न ही टीका लगाया जाएगा। लोगों को पवित्र जल भी फिलहाल नहीं दिए जाएंगे। मंदिरों में प्रवेश के लिए श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य है। केवल स्वस्थ लोगों को ही मंदिर में जाने की इजाजत मिलेगी। वहीं मंदिरों में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए जागरुकता वाले पोस्टर और संदेश लगाने होंगे। मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या निश्चित होगी। मंदिरों में श्रद्धालुओं की लाइन के लिए उचित दूरी को मार्क करना होगा। भक्तों को भगवान की मूर्ति छूने की मनाही है। मंदिरों में भजन और गायन मंडली पर पाबंदी होगी। वहीं मंदिरों में पूजा के लिए आपको अपने घर से आसन लाना होगा।