आर्टिकल 370: किनारे हुआ पाकिस्तान, अमेरिका ने कहा जम्मू कश्मीर भारत का आतंरिक मामला
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को खत्म करने वाले भारत के फैसले को गैरकानूनी बताने वाला पाकिस्तान अब इस मसले में अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अकेला पड़ता जा रहा है। इस मामले पर अमेरिका की तरफ से बयान आ गया है और साथ ही भारत ने यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल (यूएनएससी) के देशों को सारी स्थिति से वाकिफ करा दिया है। जहां अमेरिका ने इस मामले को भारत का आतंरिक मसला बताया है तो वहीं यूएनएससी के बाकी देश भी अभी चुप हैं।
शांति कायम रखने की मांग
सोमवार को अमेरिकी विदेश विभाग की तरफ से पूरे मामले पर आधिकारिक बयान जारी किया गया। इस बयान में विदेश विभाग की तरफ से बताया गया कि अमेरिका हर पल जम्मू और कश्मीर में होने वाले घटनाक्रमों पर नजर बनाए हुए है। अमेरिका ने एलओसी पर शांति और स्थिरता बरकरार रखने की मांग की। विदेश विभाग ने की प्रवक्ता मॉर्गन ओर्टागस ने कहा कि अमेरिका ने भारत की इस घोषणा पर ध्यान दिया है कि जम्मू और कश्मीर को दो संघ शासित प्रदेशों में किया जा रहा है। वहीं, उन्होंने इस बात की तरफ भी मीडिया का ध्यान दिलाया कि जम्मू कश्मीर को भारत अपना एक आतंरिक मसला करार देता है।
पी5 देशों को दी गई जानकारी
सबसे खास बात थी कि ओर्टागस ने अपने पूरे बयान में पाकिस्तान का जिक्र भी नहीं किया। उन्होंने हालांकि इस बात पर भी चिंता जताई कि कुछ नेताओं को नजरबंद किया गया है। आपको बता दें कि 22 जुलाई को पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कश्मीर मामले में मध्यस्थता की मांग की थी। ट्रंप ने कहा था कि अगर पीएम नरेंद्र मोदी उनसे कहेंगे तो फिर वह कश्मीर मसले को सुलझाने के लिए तैयार हैं। रविवार को एक बार फिर इमरान ने ट्रंप से कहा कि अब समय आ गया है जब उन्हें कश्मीर पर अपना किया हुआ वादा पूरा करना चाहिए।
पाकिस्तान ने बताया गैर-कानूनी कदम
इससे पहले सोमवार को ही विदेश मंत्रालय ने पी5 देशों, अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, फ्रांस और रूस के प्रतिनिधियों को स्थिति के बारे में जानकारी दी थी। विदेश मंत्रालय ने इन देशों को बता दिया था कि सरकार ने आर्टिकल 370 को खत्म करके राज्य दो संघ शासित प्रदेशों में विभाजित करने जा रही है। पाकिस्तान ने भारत के फैसले को पूरी तरह से गैरकानूनी बताते हुए इसे मानने से इनकार कर दिया है। पाक के विदेश विभाग की ओर से कहा गया है कि इस फैसले का जवाब देने के लिए हर कदम को उठाने के लिए तैयार है।
टर्की और मलेशिया से फोन कर मांगी मदद
वहीं, पाक विदेश विभाग की ओर से यह दावा किया गया है कि मलेशिया के पीएम महातिर मोहम्मद के साथ इमरान खान ने फोन पर बात की है। मलेशिया की तरफ से पाक को इस मामले पर मदद की पेशकश गई है, ऐसी जानकारी विदेश विभाग ने दी। मलेशिया के अलावा टर्की की तरफ से मदद का ऑफर देने की बात पाक ने कही है। जियो न्यूज के मुताबिक मलेशिया लगातार कश्मीर की स्थिति पर नजर बनाए हुए है।