पीएम मोदी से बहुत उम्मीद थीं, उन्होंने काफी निराश किया है- अन्ना हजारे
नई दिल्ली। इंडिया अगेंस्ट करप्शनल आंदोलन में तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोलने वाले समाज सेवी अन्ना हजारे ने मौजूदा सरकार के खिलाफ निराशा जाहिर की है। अन्ना हजारे ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें काफी उम्मीदें थीं, लेकिन पिछले साढ़े तीन साल के कार्यकाल से वह काफी निराश हैं। अन्ना हजारे ने यह बयान टिहरी गढ़वाल जिले के चंबा में एक सार्वजनिक रैली के दौरान दिया। उन्होंने कहा कि देश में किसानों की स्थिति काफी दयनीय है। किसानों की इस दयनीय दशा के लिए अन्ना ने केंद्र सरकार को दोषी ठहराया है।
अच्छे दिन की उम्मीद थी
अन्ना हजारे ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने थे तो मुझे उनसे काफी उम्मीदें थीं, मैंने सोचा था कि अब अच्छे दिन आने वाले हैं, लेकिन अबतक के साढ़े तीन साल के कार्यकाल से मैं काफी निराश हूं। उन्होंने कहा कि इसी निराशा के चलते जल्द ही मैं केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करुंगा, इसके लिए मैं उत्तराखंड सरकार से उसका समर्थन मांग रहा हूं।
किसानों को मिले 5000 रुपए की पेंशन
अन्ना ने कहा कि अबतक मैं केंद्र सरकार के खिलाफ इसलिए चुप रहा क्योंकि मुझे लगता था कि मजबूत बदलाव लाने के लिए सरकार को समय दिया जाना चाहिए. लेकिन अब मुझे इस बात का पछतावा हो रहा है। अन्ना ने कहा कि सरकार के कार्यकाल का लगबग तीन चौथाई हिस्सा खत्म हो गया है, ऐसे में वह अब आंदोलन करने के लिए बाध्य हैं। सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारियों की तर्ज पर अन्ना हजारे ने किसानों को 5000 रुपए प्रतिमाह की पेंशन देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वह इन तमाम मुद्दों को लेकर 23 मार्च से दिल्ली के रामलीला मैदान में आंदोलन शुरू करेंगे।
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