क्या है कोविड मरीजों को ठीक करने वाली आयुर्वेदिक दवा? आंध्र सरकार ने टेस्ट के लिए ICMR को भेजा
नई दिल्ली, 22 मई। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने कोरोना मरीजों को ठीक करने का दावा करने वाली आयुर्वेदिक डॉक्टर की 'चमत्कारिक दवा' को टेस्ट के लिए भेजने का फैसला किया है। इस दवा को राज्य के नेल्लोर जिले के तटीय कस्बे कृष्णपटनम में एक आयुर्वेदिक डॉक्टर के द्वारा दिया जा रहा है। इस दवा से कोविड-19 को ठीक करने का दावा किया जा रहा है।
दवा खरीदने के लिए उमड़ रही लोगों की भीड़
इंडियन एक्सप्रेस की खबर में कहा गया है कि राज्य की सत्ताधारी वाईएसआरसीपी के विधायक गोवर्धन रेड्डी सक्रिय रूप से इस आयुर्वेदिक दवा का शहर में प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने इस दवा को कोविड-19 का चमत्कारिक इलाज कहा है। कृष्णपटनम कस्बा गोवर्धन रेड्डी के विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है।
जैसे ही इस दवा के बारे में जानकारी फैल रही है कृष्णपटनम में दूर-दूर से लोग इस दवा को खरीदने पहुंच रहे हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिसमें दवा के लिए लंबी-लंबी लाइन लगी हुई है।
गोवर्धन रेड्डी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि कोरोना वायरस से संक्रमति कई सारे मरीज, जिन्होंने यह दवा ली है, उनमें काफी सुधार देखा गया है और वे ठीक हो गए। बोनिगि आनंदइया एक आयुर्वेद के प्रख्यात डॉक्टर हैं और उन्होंने 5 सामग्रियों को मिलाकर कोविड-19 का इलाज तैयार किया है। उनकी दवा काम कर रही है। यही वजह है कि यहां उनके घर के बाहर इतने सारे लोग खड़े हैं।"
भीड़ को देखकर एक्टिव हुई आंध्र प्रदेश सरकार
हालांकि दवा को उमड़ रही भीड़ को लेकर कई विशेषज्ञों, पूर्व अधिकारियों ने चिंता जताई है और कहा है कि इस तरह से भीड़ का इकठ्ठा होना वायरस के संक्रमण को तेजी से बढ़ा सकता है जिसके चलते स्थिति बिगड़ सकती है। साथ ही दवा को बिना किसी प्रमाण के कोविड दवा बताए जाने पर भी सवाल उठ रहे हैं।
इन सब सवालों के उठने और सोशल मीडिया पर भीड़ के वीडियो नजर आने के बाद आंध्र प्रदेश सरकार एक्टिव हो गई है। राज्य के एक अधिकारी के मुताबिक क्षेत्रीय विधायक से कहा है कि बिना मेडिकल एक्सपर्ट अपनी रिपोर्ट में इसके असर की पुष्टि नहीं कर नहीं दे देते हैं तब तक वो इस कथित इलाज को ना प्रचारित करें।
अधिकारी ने ये भी बताया कि सरकार ने कोविड-19 के कथित इलाज का दावा करने वाली चमत्कारिक दवा के असर और विस्तृत अध्ययन के लिए इसे आईसीएमआर के पास भेजने का फैसला किया है। इसके साथ ही सरकार ने मेडिकल एक्सपर्ट की एक टीम दवा के बनाने के निरीक्षण के बारे में जानने के लिए नेल्लोर भेजी जाएगी। इसमें आयुर्वेदिक डॉक्टर भी शामिल होंगे।
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जांच के लिए पहुंची आईसीएमआर टीम
कृष्णपटनम दवा या कृष्णपटनम टॉनिक नाम से मशहूर की इस दवा को लेने के लिए डॉक्टर आनंदैया के घर के बाहर लंबी कतार लगी हुई है। सोशल मीडिया आ रही इसकी तस्वीरों की धमक दिल्ली तक पहुंचने लगी है। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू नेल्लोर जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने केंद्रीय आयुष मंत्री और आईसीएमआर के निदेशक से दवा पर एक अध्ययन करने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
वहीं आंध्र प्रदेश की टीम के साथ जांच करने के लिए आईसीएमआर की एक टीम पहले ही नेल्लोर पहुंच चुकी है। इसके साथ ही नेल्लोर जिला एसपी ने वीकेंडें भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल को भी तैनात किया है।
Huge crowd 🙏🙏. current Suitation at krishnapatnam area for covid (Anandiah Ayurvedic medicine). #COVID19india #Nellore pic.twitter.com/aydzQurYzs
— Sai Mohan #RRR 🌊 (@Sai_Mohan_999) May 21, 2021
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