#9PM9Minute:पीएम मोदी की लाइट बंद करने की अपील पर अमूल ने बनाया मजेदार डूडल
नई दिल्ली। पूरे देश को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एकजुट करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रात 9 बजे 9 मिनट के लिए दीया, टॉर्च, मोमबत्ती जलाने की अपील की है। पूरा देश पीएम मोदी के आह्वाहन पर रात 9 बजे की तैयारी कर रहा है। पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन घोषित किया है, इस लॉकडाउन को 12 दिन हो गए हैं। पीएम मोदी की अपील पर अमूल इंडिया ने एक दिलचस्प कार्टून बनाया है, जिसे लोगा काफी पसंद कर रहे हैं। हजारों लोगों ने इसे लाइक और शेयर किया है।
लोग कर रहे हैं एड की तारीफ
अमूल ने ट्विटर अकाउंट पर इस कार्टून को साझा किया है, जिसमे लिखा गया है कि प्रधानमंत्री ने देशवासियों से अपील की है कि वह मोमबत्ती, दीया रविवार रात 9 बजे 9 मिनट के लिए जलाने को कहा है। कार्टून में लिखा है कि डू द लाइट थिंग, यानि रोशनी करिए, बत्ती ऑफ, बटर ऑन। इस कार्टून को लोग काफी पसंद कर रहे हैं और इसे साझा कर रहे हैं। एक ट्वियर यूजर ने लिखा है कि सही समय पर सही एड, जबरदस्त। लोग अमूल की क्रिएटिविटी टीम की तारीफ करते हुए लिखा कि आरके नारायणन के बाद अमूल की टीम उनकी झलक दिखाती है।
पीएम मोदी ने भी साझा किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अमूल के इस एड को अपने ट्विटर हैंडल से साझा किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक विडियो संदेश जारी कर देशवासियों से पांच अप्रैल यानी रविवार को रात नौ बजे घर की सभी लाइटों को नौ मिटन तक बंद करने और दीप जलाने की अपील की है। प्रधानमंत्री ने वीडियो संदेश में कहा है, इस रविवार यानी 5 अप्रैल को हम सबको मिलकर कोरोना के संकट के अंधकार को चुनौती देनी है। उसे प्रकाश की ताकत का परिचय कराना है। इस पांच अप्रैल को हमें 130 करोड़ देशवासियों की महाशक्ति का जागरण करना है।
पीएम की अपील
पीएम ने कहा 130 करोड़ लोगों के महासंकल्प को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है। 5 अप्रैल को रात नौ बजे आप सबके नौ मिनट चाहता हूं। पांच अप्रैल को रविवार को रात नौ बजे, घर की सभी लाइटें बंद करके, घर के दरवाजे या बालकनी में खड़े रहकर नौ मिनट तक मोमबत्ती, दीया या टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएं। पीएम मोदी ने कहा, उस प्रकाश में, उस रोशनी में, उस उजाले में, हम अपने मन में ये संकल्प करें कि हम अकेले नहीं हैं, कोई भी अकेला नहीं है। 130 करोड़ देशवासी, एक ही संकल्प के साथ कृतसंकल्प हैं। उन्होंने कहा कि मेरी एक और प्रार्थना है कि इस आयोजन के समय किसी को भी कहीं पर भी इकट्ठा नहीं होना है। रास्तों में, गलियों या मोहल्लों में नहीं जाना है, अपने घर के दरवाजे या बालकनी से ही इसे करना है।