अमित शाह ने बंगाल में दीदी को दी चुनौती- हम ये अन्याय नहीं सहेंगे
नई दिल्ली- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक तरह से रविवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का अनौपचारिक बिगुल फूंक दिया। पश्चिम बंगाल में अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने हैं, लेकिन कोलकाता की रैली में उन्होंने ममता बनर्जी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए भाजपा की ओर से ताल ठोंक दिया। उन्होंने बंगाल के लोगों से मोदी सरकार को पांच वर्ष का वक्त मांगा, जिसमें 'सोनार बंगाल' बनाने का दावा किया।
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कोलकाता की रैली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लोगों से अपील की कि 'मोदी सरकार को पांच साल दीजिए और हम राज्य को 'सोनार बंगाल' बना देंगे। आज से हमने 'आर नोय अन्याय' की जो मुहिम शुरू की है, उसमें शामिल होइए और इस राज्य को उत्पीड़न रहित राज्य बनाइए।'
शाह कहा कि 'ममता दीदी हर गांव में जाती हैं और पूछती हैं 'दीदी के बोलो', वो चकित रह जाते हैं कि क्या जबाव देना चाहिए। आज मैं आप लोगों को ये बताने के लिए यहां आया हूं कि आपको चुपचाप बैठने की जरूरत नहीं है। जब भी दीदी कहें कि 'दीदी के बोलो' तो आप कहिए, 'आर नोय अन्याय', मतलब, हम और अन्याय नहीं सहेंगे।'
इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा का नया अभियान बंगाल में निरंकुश ताकतों को हराने की लड़ाई है। वो आज से हर बंगाली को बताना चाहते हैं कि अब हम किसी भी अन्याय को स्वीकार नहीं करेंगे। ममता दीदी ने शरणार्थियों की नागरिकता का मुद्दा तब उठाया जब वह विपक्ष में थीं। जब प्रधानमंत्री मोदी सीएए लेकर आए, तो वह विपक्ष में फिर से कांग्रेस और कम्युनिस्टों के साथ खड़ी हैं।
पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जब हम बंगाल में लोकसभा चुनाव के मैदान में थे तो ममता दीदी कहती थीं जमानत बचा लेना। ममता जी ये आंकड़े देख लीजिए, अब आने वाले विधानसभा चुनाव में भी पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बंगाल में बनने वाली है। मुझे लगता है कि यह यात्रा अभी शुरू हुई है। यह तब खत्म होगी जब हम विधानसभा चुनाव में दो तिहाई-बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे। यह भाजपा के विकास की यात्रा नहीं, बल्कि बंगाल के विकास की यात्रा है। शाह ने कहा कि 2014 में उनकी पार्टी को राज्य में महज 87 लाख वोट मिले थे। लेकिन, 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां के लोगों का प्यार बढ़ा और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हमें 2.3 करोड़ वोट मिले। उन्होंने इस बात पर गर्व जताया कि राज्य के 18 सांसद संसद में प्रदेश का प्रतिनिधित्व करके बंगाल को बदलने की कोशिश कर रहे हैं।
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