अगले महीने अमेरिका से भारत आ रहे 3 नए रोमियो हेलीकॉप्टर, पनडुब्बियों का शिकार करने में हैं माहिर
नई दिल्ली, 7 जून: एक दशक के इंतजार के बाद भारतीय नौसेना को मल्टीरोल हेलीकॉप्टर मिलने जा रहे हैं। जिनका नाम 'रोमियो' है, लेकिन वो पनडुब्बी हंटर के नाम से मशहूर हैं। अमेरिका में जब 2020 में डोनाल्ड ट्रंप की सरकार थी, तो भारत ने 24 रोमियो हेलीकॉप्टर्स का सौदा किया था, जिसमें से तीन डिलीवरी के लिए तैयार हैं, जो जुलाई में भारत आ सकते हैं।
पायलट पहुंचे अमेरिका
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक भारतीय पायलटों की एक टीम अमेरिका पहुंच गई है। वहां पर उन्हें उड़ान और हेलीकॉप्टर के रख-रखाव की जानकारी दी जाएगी। पिछले साल दिसंबर में अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने इस भारतीय रोमियो हेलीकॉप्टर की पहली तस्वीर जारी की थी। इसका डिजाइन वैसा ही है, जैसे अमेरिकी सेना इस्तेमाल करती है। बस उस पर भारत का झंडा बना हुआ है।
सी किंग्स की लेंगे जगह
मामले में नौसेना के एक सूत्र ने कहा कि भारतीय पायलट का पहला बैच अमेरिका पहुंच गया है, जो वहां पर पूरी ट्रेनिंग लेगा। इसके बाद जुलाई में 3 हेलीकॉप्टर्स भारत पहुंच जाएंगे। फिलहाल पायलटों की ट्रेनिंग के लिए फ्लोरिडा के पेंसाकोला को चुना गया है। इसके बाद वो कैलिफोर्निया के सैन डिएगो चले जाएंगे। सूत्र ने आगे बताया कि रोमियो की तैनाती MH-60 सी किंग्स की जगह पर होगी, जो जल्द ही नौसेना से रिटायर होने वाले हैं।
क्या है खासियत?
अमेरिका कंपनी लॉकहीड मार्टिन द्वारा निर्मित एमएच-60 रोमियो में दोहरी नियंत्रण प्रणाली मौजूद है यानी इसमें दो पायलट रहेंगे। कहा जाता है कि इसके कॉकपिट में बैठे पायलट अंधेरे में भी अपने लक्ष्य को बखूबी देख सकते हैं। इस हेलीकॉप्टर में चार से पांच केबिन क्रू के साथ पांच यात्री भी बैठ सकते हैं। जिसके केबिन की लंबाई 3.2 मीटर, चौड़ाई 1.8 मीटर और ऊंचाई 1.3 मीटर है। इसके अलावा दुश्मन की पनडुब्बियों और पोतों पर ये किसी भी वक्त अचूक निशाना लगा सकते हैं। इस वजह से इन्हें पनडुब्बी हंटर भी कहा जाता है।
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